Morbi News: गुजरात के मोरबी में रविवार की शाम माच्छू नदी पर बने केबल पुल टूटने के हादसे में अबतक 132 लोगों के मारे जाने की खबर है. गुजरात के सूचना विभाग के मुताबिक इस हादसे में घायल हुए 19 लोगों को अस्पतालों में इलाज चल रहा है. मरने वालों में बड़ी संख्या में महिलाएं और बच्चे शामिल हैं. घटनास्थल पर राहत और बचाव के काम में सेना, नौसेना, वायुसेनास एनडीआरएफ और फायर ब्रिगेड को लगाया गया है. 


कितना पुराना था मोरबी में टूटा पुल


अधिकारियों के मुताबिक यह पुल करीब एक सदी पुराना था. पुल को मरम्मत के बाद हाल ही में जनता के लिए खोला गया था. अधिकारियों ने कहा कि जनता के लिए चार दिन पहले ही फिर से खोले गए इस पुल पर लोगों की काफी भीड़ थी. उन्होंने बताया कि पुल शाम करीब साढ़े छह बजे टूट गया. प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा कि अंग्रेजों के समय के इस 'हैंगिंग ब्रिज' पर उस समय कई महिलाएं और बच्चे थे, जब वह टूट गया. इससे लोग नीचे पानी में गिर गए.


एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि कुछ लोगों को पुल पर कूदते और उसके बड़े तारों को खींचते हुए देखा गया. उन्होंने कहा कि हो सकता है कि पुल उस पर 'लोगों की भारी भीड़' के कारण टूट कर गिर गया हो. उन्होंने बताया कि पुल गिरने के चलते लोग एक दूसरे के ऊपर गिर पड़े. एक प्रत्यक्षदर्शी ने कहा, ''मैं अपने कार्यालय समय के बाद दोस्तों के साथ नदी के किनारे आया था, जब हमने पुल के टूटने की आवाज़ सुनी. हम वहां पहुंचे और लोगों को बचाने के लिए पानी में कूद गए. हमने कुछ बच्चों और महिलाओं को बचाया.''


मोरबी में किस वजह से हुआ हादसा


घटना में घायल हुए एक व्यक्ति ने कहा कि दुर्घटना अचानक हुई और हो सकता है कि यह हादसा पुल पर बहुत अधिक लोगों के कारण हुआ हो. दीपावली की छुट्टी और रविवार होने के कारण प्रमुख पर्यटक आकर्षण पुल पर पर्यटकों की भीड़ उमड़ी हुई थी. एक निजी संचालक ने करीब छह महीने तक पुल की मरम्मत का काम किया था. पुल को 26 अक्टूबर को गुजराती नववर्ष दिवस पर जनता के लिए फिर से खोला गया था.


राहत और बचाव के काम में सेना, नौसेना और वायुसेना को लगाया गया है. इस काम में एनडीआरएफ की टुकड़ियां भी लगी हुई हैं. 


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