Chandipura Virus In Gujarat: गुजरात के साबरकांठा जिले में 'चांदीपुरा' नामक वायरस के दस्तक से दहशत का माहौल बन गया है. हिम्मतनगर अस्पताल में इस वायरस के संक्रमण के अबतक 8 मामले सामने आ चुके हैं. इस वायरस के चलते 5 बच्चों की मौत का भी दावा किया जा रहा है. जबकि तीन का उपचार अभी किया जा रहा है. 


हिम्मतनगर के सिविल सुपरिटेंडेंट डॉ. परेश शीलादरिया ने जानकारी देते हुए बताया कि हिम्मतनगर अस्पताल में 'चांदीपुरा वायरस' के आठ मामले सामने आए हैं और पांच बच्चों की मौत हो गई है.


स्थिति नियंत्रण में है- स्वास्थ्य मंत्री


'चांदीपुरा' वायरस के प्रकोप को लेकर गुजरात के स्वास्थ्य मंत्री Rushikesh Patel ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने लोगों के इससे न घबराने और जरुरी सावधानी बरतने की अपील की है. प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री ने आश्वासन देते हुआ कहा कि स्थिति नियंत्रण में है. उन्होंने जनता से 
सावधानी बरतने और लक्षण दिखने पर तुरंत मेडिकल सहायता लेने की अपील की.


'चांदीपुरा' वायरस के लक्षण क्या हैं?


पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक 'चांदीपुरा' वायरस से बुखार होता है, जिसके लक्षण फ्लू जैसे होते हैं. इसमें गंभीर तौर से एन्सेफलाइटिस (मस्तिष्क की सूजन) होने की संभावना है. बताया जा रहा है कि ये खतरनाक वायरस रैबडोविरिडे फैमिली के वेसिकुलोवायरस जीनस का सदस्य है. यह मच्छरों, बालू मक्खियों, कीट-पतंगों से फैलता है.


इससे पहले साबरकांठा के चीफ डिस्टिक्ट हेल ऑफिसर राज सुतारिया ने जानकारी देते हुए बताया था कि बच्चों के रक्त के नमूने की पुष्टि के लिए पुणे स्थित राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान (एनआईवी) भेजे गए हैं. उन्होंने बताया था कि हिम्मतनगर सिविल अस्पताल के बाल रोग विशेषज्ञों को 10 जुलाई को 4 बच्चों की मौत के बाद चांदीपुरा वायरस की भूमिका पर संदेह हुआ था.


संक्रमण को रोकने के लिए स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी सतर्क दिख रहे हैं. अधिकारियों ने बताया कि संक्रमण को रोकने के लिए जिला प्रशासन ने प्रभावित क्षेत्रों में बालू मक्खियों (सैंड फ्लाई) को मारने के लिए उपाय को लेकर टीम तैनात की गई है.


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