Gujarat News: छोटा उदयपुर की एक स्थानीय अदालत ने मंगलवार को रामजी मंदिर में दंगा करने के मामले में गिरफ्तार पांच आरोपियों को सात दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया, जबकि मामले के तीन किशोर आरोपियों को किशोर न्याय बोर्ड ने जमानत दे दी. 


किशन भारवाड़ के लिए आयोजित एक प्रार्थना सभा में हुई झड़प 


छोटा उदयपुर पुलिस ने मंगलवार तक कुल पांच लोगों को गिरफ्तार किया था और तीन किशोरों को हिरासत में लिया था, दो अलग-अलग एफआईआर रविवार की देर रात रामजी मंदिर में किशन भारवाड़ के लिए आयोजित एक प्रार्थना सभा के दौरान झड़प के बाद दर्ज की गई थी, जिसकी धंधुका में हत्या कर दी गई थी.


30 जनवरी को की गई पहली एफआईआर दर्ज 


छोटा उदयपुर पुलिस ने 30 जनवरी को पहली एफआईआर दर्ज की थी और प्रार्थना में लोगों पर हमला करने, घातक हथियारों से दंगा करने और भारतीय दंड संहिता की अन्य धाराओं के तहत अल्पसंख्यक समुदाय के 21 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया था.


दूसरी एफआईआर अल्पसंख्यक समुदाय ने की थी दर्ज


पुलिस ने मामले में कुल पांच लोगों को गिरफ्तार किया था और मंगलवार को उन्हें स्थानीय अदालत में पेश किया था. अल्पसंख्यक समुदाय के एक पिता-पुत्र की शिकायत के आधार पर सोमवार को दूसरी प्राथमिकी दर्ज की गई, जो उस जगह से गुजर रहे थे जहां कथित झड़प हुई थी. शिकायत के आधार पर पुलिस ने अल्पसंख्यक समुदाय की धार्मिक मान्यताओं के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करने वाले सोशल मीडिया पोस्ट डालने के आरोप में दो आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया, जिसके कारण कथित तौर पर झड़प हुई. पुलिस ने दो आरोपियों में से एक किशोर को गिरफ्तार कर लिया, जो मंदिर पर हमले में घायल हो गया था.


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