दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने सोमवार को गुजरात में बीजेपी पर जमकर हमला बोला है. सीएम केजरीवाल ने बीजेपी (BJP) और आम आदमी पार्टी (AAP) को महाभारत से भी जोड़ दिया. आप मुखिया ने आगामी गुजरात विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी और आम आदमी पार्टी के बीच के मुकाबले को महाभारत की तरह धर्मयुद्ध के रूप में दिखाने की कोशिश की.
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि राज्य के सत्ताधारी दल के पास केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) और प्रवर्तन निदेशलय (ED) जैसी जांच एजेंसियों की ‘सेना’ है, तो उनके सिर पर ‘भगवान कृष्ण का हाथ’ है. आप के संयोजक केजरीवाल ने बीजेपी की तुलना महाभारत के हारे हुए खलनायक कौरवों से की और अपने पक्ष की तुलना पांडवों से की जो हिंदू महाकाव्य के विजेता नायक हैं.
बदलाव के लिए तरस रहा गुजरात- अरविंद केजरीवाल
चुनावी राज्य के साबरकांठा जिले के हिम्मतनगर कस्बे में एक टाउनहॉल सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने दावा किया कि बीजेपी शासित गुजरात बदलाव के लिए तरस रहा है और आप को लोगों का अपार समर्थन मिला है. केजरीवाल ने कहा कि यही कारण है कि सीबीआई ने दिल्ली आबकारी नीति के संबंध में उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के घर पर छापा मारा. केजरीवाल ने बताया कि किस तरह दुर्योधन (कौरव पक्ष) और अर्जुन (पांडव पक्ष) ने 18-दिवसीय युद्ध शुरू होने से पहले समर्थन के लिए भगवान कृष्ण से संपर्क किया. उन्होंने कहा कि अर्जुन ने कहा कि वह भगवान कृष्ण को अपनी तरफ चाहते हैं, जबकि दुर्योधन ने उनकी सेना मांगी.
अंत में भगवान की जीत होगी- अरविंद केजरीवाल
केजरीवाल ने कहा, ‘‘आज इन लोगों (बीजेपी के संदर्भ में) के पास सभी सेनाएं, सत्ता, सीबीआई, ईडी, आयकर, पुलिस और बहुत सारा पैसा है. हमारे पास श्री कृष्ण हैं, हमारे पास भगवान हैं और अंत में भगवान की जीत होगी. भगवान लोगों के दिलों में रहते हैं, जनता भगवान है. वे (बीजेपी) हमें परेशान कर सकते हैं, लेकिन लोग हमारे साथ हैं.’’ केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में उनकी सरकार ने शिक्षा और स्वास्थ्य सेवा में दूरगामी सुधार लागू किए हैं जो आजादी के 75 वर्षों में नहीं देखे गए थे.
केजरीवाल ने अपनी पार्टी के चुनाव पूर्व वादे को एक बार फिर दोहराया जिसमें 10 लाख सरकारी नौकरी देने, 5,000 रुपये बेरोजगारी भत्ता देने और 18 साल से अधिक उम्र की महिलाओं को 3,000 रुपये भत्ता देने की बात शामिल है. उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी राज्य में सत्ता में आने पर प्रश्नपत्र लीक होने की घटनाओं को रोकने के लिए एक कानून लाएगी.