Gujarat News: मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने कहा कि मजबूत बुनियादी ढांचे और उद्योग के अनुकूल नीतियों के अलावा, गुजरात को बनाने में बेस्ट इन्फ़्रास्ट्रक्चर तथा राज्य सरकार के अनुकूल दृष्टिकोण के साथ-साथ लेबर पीस यानि श्रम शांति का भी महत्वपूर्ण योगदान रहा है.


विश्वकर्मा जयंती के अवसर पर दिशा प्रणाली का भी शुभारंभ


विश्वकर्मा जयंती के अवसर पर मुख्यमंत्री ने श्रम, कौशल विकास और रोजगार विभाग के लिए दिशा प्रणाली का भी शुभारंभ किया. मुख्यमंत्री के मुताबिक मजदूरों के सक्रिय सहयोग और राज्य सरकार की व्यापार हितैषी नीतियों से गुजरात औद्योगिक विकास और श्रम कल्याण के मामले में देश में सबसे आगे है. विश्वकर्मा जयंती की पूर्व संध्या पर मुख्यमंत्री ने श्रम देवी पुरस्कार के तहत 16 लोगों को सम्मानित किया और 64 पुरस्कार दिए गए.


PM मोदी ने शुरू किया था श्रम पुरस्कार वितरण 


राज्य के श्रम और रोजगार मंत्री बृजेश मेरजा ने कहा कि जान और माल बचाने वाले मजदूरों के लिए पुरस्कार देने की योजना लागू की गई है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात के मुख्यमंत्री पद पर रहते हुए श्रम पुरस्कार वितरण की शुरुआत की थी, जिसके अंतर्गत राज्य सरकार उद्योगों में संकट के समय अपनी सूझ-बूझ दिखाने, गुणवत्ता तथा उत्पादकता में वृद्धि करने और औद्योगिक शांति बनाए रखने में योगदान देने वाले श्रमयोगियों को विभिन्न श्रम पुरस्कारों से सम्मानित करती है.


राज्य में कुल 64 पुरस्कार दिए गए 


मुख्यमंत्री ने सोमवार को विश्वकर्मा जयंती के अवसर पर ऐसे ही 16 श्रमयोगियों को श्रम रत्न, श्रम भूषण, श्रम वीर तथा श्रम श्री/श्रम देवी पुरस्कारों के अंतर्गत प्रतीकात्मक रूप से सम्मानित किया. गुजरात में इस वर्ष इन कैटेगरीज़ में कुल 64 पुरस्कार दिए गए हैं.


ये भी पढ़ें:


Delhi Riots: दिल्ली दंगों में आरोपी मीरान हैदर की आवाज का लिया जाएगा सैंपल, कोर्ट ने कहा- इससे वह गवाह नहीं बन जाता


UP Election 2022: मैनपुरी में CM योगी बोले- नाम समाजवादी और काम 'तमंचावादी', सपा पर लगाए ये गंभीर आरोप