Gujarat News: रूस-यूक्रेन में चल रहे तनाव के बीच दोनों देशों के बीच युद्ध की सम्भावना है. इस युद्ध की आशंका के बीच यूक्रेन में पढ़ने वाले गुजरात के 350 छात्रों के परिजन बहुत चिंतित हैं. यूक्रेन में पढ़ने वाले बच्चों को गुजरात वापस लाने के लिए अब तैयारियां शुरू हो गई है युद्ध के खतरे को देखते हुए इन विद्यार्थियों के कई परिजनों ने मुख्यमंत्री कार्यालय और राजस्व मंत्री से संपर्क किया है और यूक्रेन से उनके बच्चों को वापस गुजरात लाने के लिए गुहार लगाई है.


छात्रों को गुजरात लाने के लगातार प्रयास जारी


राज्य सरकार के प्रवक्ता और शिक्षामंत्री जीतू वघाणी के मुताबिक राज्य सरकार, मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल, मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) यूक्रेन में जो घटनाएं हुई हैं उसे लेकर लगातार प्रधानमंत्री कार्यालय और विदेश मंत्रालय के साथ संपर्क में है. इससे पहले भी राज्य सरकार ने केन्द्र सरकार के साथ मिलकर लोगों को लाने की सभी व्यवस्था की है. राज्य सरकार इस बार भी उतनी ही चिंता कर रही है. जो भी विद्यार्थी यूक्रेन में हैं उन्हें केन्द्र सरकार के सहयोग से लाया जाएगा.


यूक्रेन पर हमले की तैयारी में रूस


यूक्रेन में चल रहे मौजूदा हालातों ने सबको उसकी तरफ आकर्षित किया है. वहां पढ़ने वाले विद्यार्थियों को लगातार डर सता रहा है. वहीं फ्लाइट की टिकटें भी महंगी हो रही है. यूक्रेन को लेकर अमेरिका और रूस में तनातनी चलने के साथ युद्ध के आसार नजर आ रहे हैं. उधर यूक्रेन का कहना है कि रूस उस पर कभी भी हमला कर सकता है. रूस युद्ध व हमले की तैयारियों में लगा हुआ है. इसी डर के चलते अमेरिका ने भी अपने नागरिकों को यूक्रेन छोडऩे के आदेश दिए हैं. कई देशों ने अपने दूतावास के कर्मचारियों को भी बुला लिया है.


रूस की ओर से संभावित हमले के खतरे को देखते हुए विश्व बैंक (World Bank) और अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने अपने कर्मचारियों को दूसरी जगह पर स्थानांतरित कर दिया है. वैश्विक संस्था ने यूक्रेन (Ukraine) में अस्थाई तौर पर रहे अपने स्टाफ को सुरक्षा के ख्याल से दूसरी जगह पर शिफ्ट कर दिया है. हालांकि विश्व बैंक और आईएमएफ की ओर से ये भी कहा गया है कि वो यूक्रेन को अपना समर्थन देना जारी रखेंगे.


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