Gujarat Covid Testing Kits: कोविड महामारी शुरू होने के दो सालों के बाद गुजरात सरकार ने अब तक कुल 320,19 करोड़ रुपये की लागत से 72 लाख आरटी-पीसीआर टेस्टिंग किट और 1.60 करोड़ रैपिड एंटीजन टेस्टिंग किट खरीदी. विधानसभा में एक सवाल के जवाब में, सरकार ने कहा कि उसने 2020-21 में 14.03 लाख RTPCR किट 782.88 रुपये से 40.20 रुपये प्रति किट की कीमत पर खरीदी, जबकि 78.40 लाख एंटीजन किट 504 रुपये से 105 रुपये के बीच खरीदी गई.


2021 में इतनी टेस्टिंग किट खरीदी गई, 


2021 की बात करें तो राज्य में इस साल 58 लाख आरटी-पीसीआर टेस्टिंग किट 30.5 रुपये से 19.75 रुपये प्रति किट की कीमत में खरीदी गई, जबकि 81.30 लाख एंटीजन किट 72.8 रुपये से 11.17 रुपये प्रति किट खरीदी गई .कांग्रेस विधायक और विपक्ष के उपनेता शैलेश परमार ने कहा कि केंद्र की 20 फरवरी, 2020 की अधिसूचना के बाद सरकार ने आवश्यक कोविड -19 किट खरीदने के लिए डेढ़ महीने से अधिक समय तक इंतजार किया और राज्यों को कोरोना प्रकोप के लिए सचेत किया.


Gujarat News: गुजरात में प्रॉपर्टी की कीमतों में आने वाला है इतना उछाल, जानिए-क्या है वजह?


कांग्रेस ने सरकार पर साधा निशाना


स्वास्थ्य मंत्री रुशिकेश पटेल ने कहा राज्य सरकार ने 7 अप्रैल, 2020 को आरटी-पीसीआर किट के लिए निविदाएं जारी कीं और 17 अप्रैल, 2020 से खरीद आदेश जारी किए गए. इससे पहले आईसीएमआर पुणे द्वारा किट की आपूर्ति की जाती थी और वहां टेस्ट भी किए जाते थे. कांग्रेस के अंकलव विधायक अमित चावड़ा ने कहा, सरकार ट्रम्प कार्यक्रम को संभालने में व्यस्त थी और लोगों की स्वास्थ्य प्राथमिकताओं को नजरअंदाज कर रही थी.


विश्व स्वास्थ्य संगठन ने दिसंबर में सरकार को सतर्क किया था लेकिन गुजरात सरकार ने कोई उपाय नहीं किया, पटेल ने कहा कि कोविड ट्रम्प कार्यक्रम से नहीं, बल्कि चीन द्वारा फैलाया गया था "अन्य देशों में, जहां ट्रम्प नहीं गए थे, उनमें भी वायरस था.


Gujarat News: गुजरात में एक साल में होम लोन वितरण 65 % बढ़ा: एसएलबीसी