Dadra and Nagar Haveli: दादरा और नगर हवेली की सिलवासा पुलिस ने नौ साल के बच्चे की बलि देने के मामले में एक नाबालिग समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. नाबालिग को सूरत के ऑब्जर्वेशन होम में भेज दिया गया है. दादरा और नगर हवेली (डीएनएच) के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आर.पी. मींडा के अनुसार, गणेश कोला का नौ वर्षीय बेटा 29 दिसंबर को लापता हो गया था. अगले दिन गुमशुदगी की शिकायत दर्ज की गई थी. जांच में पता चला कि लापता बच्चे की बलि रमेश सांवर, शैलेश खोखेड़ा और नाबालिग आरोपी ने दी थी.


एसपी मींडा ने कही ये बात
एसपी मींडा ने बयान में कहा, पुलिस को 31 दिसंबर को गुजरात इलाके में दमन गंगा नहर से बच्चे का सिर कटा शव मिला था. 1 जनवरी को, पुलिस को जांच में पता चला कि एक किशोर अपराध में शामिल था और उसे पकड़ लिया गया और पूछताछ के दौरान, उसने 29 दिसंबर को सायली गांव से बच्चे का अपहरण करने की बात कबूल की. उसी दिन उसने अपने साथियों के साथ बच्चे की बलि दी.


आरोपी रमेश सांवर ने रची थी साजिश
एक अन्य आरोपी शैलेश ने किशोर की हत्या करने में मदद की. तीसरे आरोपी रमेश सांवर ने साजिश रची थी, जिसने किशोर को अपराध करने के लिए प्रेरित किया. शैलेश आर्थिक लाभ पाने के लिए यह अनुष्ठान कर रहा था. पुलिस के बयान में कहा गया है कि किशोर बूचड़खाने में काम करता था. तीनों को आईपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत गिरफ्तार किया गया है.


पुलिस ने कहा कि लड़के का पता लगाने के लिए कई दलों को लगाया गया था. लेकिन डीएनएच जिले के मुख्यालय सिलवासा से लगभग 30 किमी दूर स्थित वापी में उसके ‘हुलिए’ से मेल खाता एक सिर कटा शव मिला था. एक अधिकारी ने कहा कि जहां शव वापी में एक नहर के पास मिला था, वहीं शरीर के कुछ हिस्से सायली गांव में मिले थे, जहां मानव बलि की रस्म की गई थी.


उन्होंने कहा कि शरीर के अंगों को फॉरेंसिक जांच के लिए भेज दिया गया है. पुलिस ने कहा, “जांच ने पुलिस को एक किशोर तक पहुंचाया. उसने खुलासा किया कि उसने 29 दिसंबर, 2022 को सायली गांव से पीड़ित का अपहरण किया था और अपने साथी की मदद से मानव बलि के रूप में उसकी हत्या कर दी थी.”


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