(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Gujarat Firing: गुजरात में आरोपियों के हौंसले बुलंद, शराब तस्करों और पुलिस के बीच हुई गोलीबारी, एक कार जब्त
Gujarat Liquor: दाहोद में शराब तस्करों के एक गिरोह और पुलिस दल के बीच गोलीबारी हुई है. इस गोलीबारी में कोई घायल नहीं हुआ है. पुलिस ने इस मामले में आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है.
Gujarat Police: गुजरात के दाहोद जिले में शराब तस्करों के एक गिरोह और पुलिस दल के बीच गोलीबारी होने की खबर है. बुधवार को पुलिस के एक अधिकारी ने यह जानकारी देते हुए बताया कि तस्करों का पीछा कर रहे पुलिस दल ने हवा में गोलियां चलाईं जिसमें कोई घायल नहीं हुआ. उन्होंने कहा कि गिरोह ने गुजरात-मध्य प्रदेश सीमा के पास स्थित देवगढ़ बारिया तालुका के सागतला गांव में मंगलवार को पुलिसकर्मियों को वाहन से कुचलने की कोशिश भी की थी.
दाहोद जिला के पुलिस अधीक्षक जगदीश बांगड़वा ने कहा, ‘‘दोनों ओर से हवा में गोलियां चलाई गईं और फिर गिरोह के लोग मौके से भाग गये. इसके बाद राज्य निगरानी प्रकोष्ठ (एसएमसी) के एक दल ने शराब तस्करों द्वारा इस्तेमाल किए गए वाहनों में से एक को रोक लिया.'
पुलिस पर चलाई गोलियां
उन्होंने कहा कि एसएमसी का दल मंगलवार की रात को शराब तस्करों को पकड़ने के लिए सागतला थाना क्षेत्र के एक गांव में नजर रख रहा था. पुलिस अधीक्षक ने कहा ‘‘जब दल ने एक संदिग्ध वाहन को रुकने के लिए कहा, तो उसमें सवार लोगों ने पुलिस पर गोलियां चला दीं. उन्होंने हवा में गोलीबारी की जिसके बाद एसएमसी अधिकारियों ने जवाबी कार्रवाई की. गोलीबारी में कोई घायल नहीं हुआ.’’ सूत्रों के मुताबिक, शराब की मध्य प्रदेश से शराबबंदी वाले गुजरात में तस्करी करने में शराब माफिया संलिप्त हैं.
आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज
एएसपी ने कहा कि गिरोह के लोग भाग गये, लेकिन पुलिस ने उनकी एक कार को जब्त कर लिया, जिसने एसएमसी के एक वाहन को कुचलने का प्रयास किया था. उन्होंने कहा कि आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 307 (हत्या का प्रयास) और शस्त्र अधिनियम के तहत सागतला पुलिस स्टेशन में प्राथमिकी दर्ज की जा रही है. राज्य निगरानी प्रकोष्ठ (एसएमसी), गुजरात पुलिस की एक शाखा है, जिसे गुजरात निषेध अधिनियम (संशोधित) 2017 और जुआ रोकथाम अधिनियम 1887 को लागू करने का काम सौंपा गया है.
इसकी जिम्मेदारियों में शराब की अवैध बिक्री, शराब रखना, उसका परिवहन, आयात आदि के साथ-साथ अवैध जुआ जैसी गतिविधियों के संबंध में लोगों से प्राप्त जानकारी की पुष्टि करना और आवश्यक कानूनी कार्रवाई करना भी शामिल है.