Morbi Cable Bridge Collapse: मोरबी पुल हादसे के बाद देवभूमि द्वारका प्रशासन और गुजरात मैरीटाइम बोर्ड (जीएमबी) के अधिकारियों ने 25 नौकाओं के लाइसेंस को निलंबित कर दिया है. निलंबित नौकाओं के मालिक कथित तौर पर अनुमति से अधिक यात्रियों को बिना लाइफ जैकेट के ले जा रहे थे. द्वारका के डिप्टी कलेक्टर पार्थ तलसानिया ने बताया, "नियमित अंतराल पर, स्थानीय प्रशासन और जीएमबी नाव मालिकों के खिलाफ मानदंडों या विनियमों के उल्लंघन के लिए कार्रवाई करता है, लेकिन दुर्भाग्य से पिछले दो से तीन दिनों में की गई कार्रवाई को मोरबी त्रासदी के कारण उजागर किया जा रहा है."
क्यों किया गया लाइसेंस निलंबित?
अधिकारी ने कहा कि पिछले दो दिनों में जीएमबी ने त्योहार के दिनों में अनुमति से अधिक यात्रियों को ले जाने के लिए 25 नाव लाइसेंस सात दिनों के लिए निलंबित कर दिए. अब जीएमबी अधिकारी अधिक सतर्क हैं, वे यात्रियों को लाइफ जैकेट के बिना ले जाने वाली नावों पर कार्रवाई कर रहे हैं.
कितने नावों के पास है फेरी लगाने का लाइसेंस?
अधिकारी ने बताया कि ओखा जेट्टी और बेट द्वारका जेट्टी के बीच समुद्र की दूरी दो नॉटिकल मील है. लगभग 170 से 180 नावों के पास यात्रियों को भूमि और द्वीप के बीच फेरी लगाने का लाइसेंस है. सामान्य दिनों में भीड़ कम होती है, लेकिन त्योहार के दिनों में भारी भीड़ होती है और अक्सर लाभ के लिए नाव मालिक नियमों का उल्लंघन करते हैं. बता दें, गुजरात के मोरबी में हुए पुल हादसे में अब तक 135 लोगों की मौत हो चुकी है और सैकड़ों लोग घायल हुए हैं. पुलिस में इस मामले में नौ लोगों को गिरफ्तार किया है. मोरबी के बार एसोसिएशन और राजकोट के बार एसोसिएशन ने इन आरोपियों का केस नहीं लड़ने का फैसला किया है.
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