Dhirendra Shastri in Gujarat: दोबारा गुजरात आएंगे धीरेंद्र शास्त्री, हनुमंत कथा के लिए इस तारीख को यहां लगेगा दिव्य दरबार
Bageshwar Dham Sarkar in Gujarat: बाबा बागेश्वर का दरबार एकबार फिर गुजरात में लगने जा रहा है. धीरेंद्र शास्त्री का दरबार 26 से 30 नवंबर तक लगेगा. इसके लिए सभी इंतेजाम किए जा रहे हैं.
Live Divya Darbar: बागेश्वर धाम के बाबा बागेश्वर एक बार फिर गुजरात में दिव्य दरबार लगाएंगे. खबर है कि इस बार बाबा धीरेंद्र शास्त्री का दिव्य दरबार जल्द ही कच्छ में लगेगा. जानकारी के मुताबिक बाबा बागेश्वर धाम के प्रधानाचार्य धीरेंद्र शास्त्री का दिव्य दरबार आगामी 26 से 30 नवम्बर तक आयोजित होगा. कच्छ जिले में एक बार फिर छतरपुर वाले बाबा धीरेंद्र शास्त्री का दिव्य दरबार लगने वाला है. निकट भविष्य में बाबा बागेश्वरधाम धीरेंद्र शास्त्री पूर्वी कच्छ गांधीधाम पहुंचेंगे, जहां वे 26 से 30 तारीख तक भक्तों के साथ अपना दिव्य दरबार लगाएंगे.
की जा रही है सभी तैयारियां
खास बात यह है कि इस दौरान बागेश्वर धाम की हनुमंत कथा के लिए ध्वजारोहण और बाइक रैली का आयोजन किया गया. धीरेंद्र शास्त्री के गांधीधाम के इस दिव्य दरबार के लिए फुलप्रूफ तैयारियां की गई हैं. गांधीधाम के इस दिव्य दरबार में रोजाना 30 से 40 हजार लोग आएंगे और इसके लिए खास इंतजाम किए गए हैं.
कौन हैं पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री?
पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री मूल रूप से मध्य प्रदेश के रहने वाले हैं. कहा जाता है कि बागेश्वर धाम सरकार के महंत धीरेंद्र शास्त्री को हनुमानजी के साक्षात् दर्शन हुए थे. धीरेंद्र शास्त्री अपने चमत्कारों के लिए दुनिया भर में जाने जाते हैं. वह चिट्ठी के माध्यम से अपने भक्तों की समस्याओं का समाधान करते हैं. ऐसा माना जाता है कि जो भी भक्त बागेश्वर धाम में अर्जी लगाता है उसकी सारी समस्याओं का समाधान धीरेंद्र शास्त्री कागज के टुकड़े पर लिखकर बता देते हैं.
इससे पहले कौन लगाते थे दरबार?
धीरेंद्र शास्त्री मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले के प्रसिद्ध और प्राचीन धार्मिक स्थल बागेश्वर धाम के सरकार प्रमुख हैं. देश के कोने-कोने से लोग यहां दर्शन के लिए आते हैं और अपनी समस्याओं की शिकायत करते हैं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री एक प्रसिद्ध कथावाचक हैं और दिव्य दरबार भी भरते हैं. बागेश्वर धाम में पीढ़ी दर पीढ़ी प्रसिद्ध संत दरबार लगाते आ रहे हैं. धीरेंद्र शास्त्री से पहले उनके दादा भगवानदास गर्ग यहां दरबार लगाते थे. हालांकि, धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री विवादों से भी घिरे हुए हैं. कई लोग इसके उपाय को चमत्कार बताते हैं तो कुछ इसे अंधविश्वास कहते हैं. लेकिन इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता कि धीरेंद्र शास्त्री के प्रति करोड़ों भक्तों में आस्था है.