Gujarat: बोरवेल में गिरी मासूम बच्ची की नहीं बच सकी जान, रेस्क्यू के बाद इलाज के दौरान मौत
Dwarka Borewell Rescue: गुजरात के द्वारका जिले के एक गांव में छोटी सी बच्ची बोरवेल में गिर गई जिसे बचाने की मुहिम शुरू की गई. मासूम बच्ची खेलने के दौरान बोरवेल में गिर गई थी.
Dwarka News: गुजरात (Gujarat) के द्वारका (Dwarka) जिले में एक ढाई साल की बच्ची खुले बोरवेल (Borewell) में गिर गई, जिसे बाहर निकाला. लेकिन वह जिंदगी से जंग हार गई. बोरवेल से निकाले जाने के बाद बच्ची को सीधा अस्पताल भेजा गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. बच्ची को बाहर निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया जिसमें एनडीआरएफ (NDRF) और आर्मी (Army) की टीमें शामिल रहीं. जेसीबी (JCB) की मदद से खुदाई का काम शुरू किया गया. घटना की जानकारी मिलने पर बड़ी संख्या में लोग भी मौके पर जुट गए थे.
य़ह घटना द्वारका जिले के कल्याणपुरी तहसील के रण गांव में हुई. बच्ची खेलते समय बोरवेल में गिर गई थी. उप जिलाधीश एचबी भगोरा ने बताया कि रण गांव में दोपहर एक बजे खेलते समय बच्ची बोरवेल में गिर गई. घटनास्थल पर एक एंबुलेंस पर तैनात किया गया था. घटना की जानकारी मिलते ही डिस्ट्रिक्ट कलेक्टर और जिले के अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे. इसके बाद एनडीआरएफ को कॉल किया गया. एनडीआरएफ की टीम ने मौके पर आकर मोर्चा संभाला, वहीं उनकी मदद के लिए आर्मी की टीम भी रण गांव में पहुंची. घटना से जुड़ा वीडियो सामने आया है जिसमें मौके पर राहत टीम नजर आ रही है. जहां राहत कार्य चल रहा है वह खुला मैदान है और आसपास मकान नजर आ रहे हैं.
बच्ची के बोरवेल में गिरने की पहली जानकारी शाम करीब पांच बजे के करीब आई थी. शाम 7.30 बजे के आखिरी अपडेट तक बच्ची को नहीं निकाला जा सका था. यह ऐसी पहली घटना नहीं है जब कोई मासूम बच्चा किसी बोरवेल में गिरा हो. ऐसी घटनाएं देश के अलग-अलग हिस्से से सामने आती रहती हैं. कई मौके पर जहां राहत कार्य से बच्चे को सुरक्षित निकाल लिया गया है तो कभी ऐसे मौके भी आए हैं जब गहरे बोरवेल में गिरने के कारण बच्चे की जान चली गई है. ऐसे मामलों में अक्सर स्थानीय लोगों और प्रशासन की लापरवाही सामने आती है जो काम पूरा हो जाने के बाद बोरवेल को ढंकना और बंद करना भूल जाते हैं.