Gujarat Crime: 4 मार्च को राजकोट जिले के जेतपुर कस्बे के पास एक नहर से एक साधु की हत्या करने के आरोप में चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है. मृतक की पहचान 54 वर्षीय रुद्रानंद गिरि के रूप में हुई है, जिन्होंने जूनागढ़ में बिल्खा के पास एक शिव मंदिर की स्थापना की थी


क्या है पूरा मामला?


राजकोट स्थानीय अपराध शाखा (एलसीबी) के अधिकारियों ने राजमार्ग और आंतरिक सड़कों के सीसीटीवी फुटेज को स्कैन किया और एक कार का पता लगाया, जो एक पूर्व मुंशी जयेश दवे की थी, जो अब राजकोट कलेक्टर कार्यालय में एक कैंटीन चलाता है. उन्होंने दवे को हिरासत में लिया जिन्होंने अपराध कबूल कर लिया और उनके साथियों विजय वाघसिया, दर्शन देगमा और दिनेश भदानी के नाम भी बताए.


Gujarat News: गुजरात में दो साल में 600 करोड़ रुपये से अधिक की शराब और ड्रग्स जब्त की गई, पढ़ें डिटेल


एलसीबी के अधिकारी के मुताबिक वाघसिया रुद्रानंद गिरि के संपर्क में था जिन्हें आयुर्वेदिक दवाओं के बारे में जानकारी थी और वह शेयर बाजार में भी सक्रिय थे. वाघसिया ने साधु को शेयरों में निवेश करने के लिए 2.5 लाख रुपये उधार दिए थे. उसने 50,000 रुपये वापस कर दिए, लेकिन शेष राशि के भुगतान में देरी कर रहा था.


गला घोंट कर की हत्या


तीन मार्च को चारों आरोपी दवे की गाड़ी से गिरि के बिलखा आश्रम में दो लाख रुपये की बाकी रकम मांगने गए थे. इस पर कहासुनी हो गई जिसके बाद चारों ने गिरी का गला घोंट दिया और उसके हाथ-पैर बांधकर उसके शव को देतपुर के पास एक नहर में फेंक दिया.  मृतक ने कुछ मंदिरों के प्रमुखों के खिलाफ उत्तर प्रदेश में चैरिटी कमिश्नर के पास कई आरटीआई और शिकायतें दायर की थीं और  इन मदिरों पर मालिकाना हक का दावा किया था. 


PM Modi in Gujarat: पंचायती राज संस्थाओं की रैली को संबोधित करते हुए पीएम ने कहा- 'ये बापू की धरती है, ये सरदार वल्लभ भाई पटेल की धरती है