Nityanand Kailasa News: गुजरात सरकार के द्वारा भगौड़ा घोषित और यूनाइटेड स्टेट्स ऑफ कैलासा बनाने वाला धर्मगुरू नित्यानंद एक बार फिर चर्चा में है. दरअसल यूनाइटेड स्टेट्स ऑफ कैलाशा के एक प्रतिनिधि ने संयूक्त राष्ट्र की बैठक में हिस्सा लिया. साथ ही उसने बैठक में भारत पर नित्यानंद (Nityanand) के उत्पीड़न का आरोप लगाया.
दरअसल नवंबर 2019 में बंगलुरु के दंपत्ति ने गुजरात पुलिस के पास शिकायत की थी. इसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए नित्यानंद और आश्रम की दो संचालिकाओं के खिलाफ केस दर्ज किया था. मामले की जांच अहमदाबाद ग्रामिण पुलिस ने की थी. जांच में पता चला था कि नित्यानंद के कर्मचारियों ने दो लड़कियों को देश से बाहर भेज दिया है. इसके बाद आश्रम पर पुलिस का शिकंजा कसना शुरू हुआ.
गुजरात पुलिस ने किया था भगौड़ा घोषित
मामले में जांच आगें बढ़ी तो पता डीपीएस स्कूल ने बिना किसी जरूरी दस्तावेज और एनओसी के जमीन आश्रम को लीज पर दे दी. इसके लिए स्कूल प्रशासन को तलब भी किया गया था. लंबी जांच के बाद नित्यानंद को गुजरात पुलिस ने भगौड़ा घोषित किया था. तब से ही पुलिस उसकी तलाश में है. दरअसल नित्यानंद के अहमदाबाद के मणिनगर में खोले गए आश्रम योगिनी सर्वांज्ञपीठ्म में दो लड़कियों को बंधक बनाने का मामला सामने आया था.
बेटियों ने वापस आने से किया मना
ये मामला तब प्रकाश में आया जब बंगलुरू के दंपत्ति ने पुलिस को दी हुई शिकायत में कहा कि नित्यानंद में उनकी आस्था के चलते उन्होंने अपनी चार बेटियों को बंगलुरू में ही नित्यानंद के आश्रम में छोड़ा था. लेकिन उन्हें बिना बताए उनकी बेटियों को अहमदाबाद आश्रम में शिफ्ट कर दिया गया. इतना ही नहीं उन्हें बेटियों से मिलने भी नहीं दिया जा रहा. इस शिकायत के आधार पर ही पुलिस ने नित्यानंद के अहमदाबाद स्थित आश्रम में कार्रवाई की. इस दौरान दो बेटियां तो मिल गईं, लेकिन दो बेटियों ने वापस आने से मना कर दिया है. इसमें से एक की उम्र 23 और एक की 20 साल है.
गुजरात हाईकोर्ट भी पहुंचा था मामला
ये मामला गुजरात हाईकोर्ट भी पहुंचा था. मामले की सुनवाई हाईकोर्ट में हुई थी. इस सुनवाई के दौरान एक लड़की ने तो अपनी इच्छा से नित्यानंद के पास होने की बात कही थी. वहीं मामले में गिरफ्तार की गईं दोनों संचालिकाओं को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था. इनमें एक का नाम प्राण प्रिया और दूसरी का प्रियातत्वा है. तब से ही पुलिस ने नित्यानंद को भगौड़ा घोषित किया हुआ है.
हालांकि यूनाइटेड स्टेट्स ऑफ कैलाशा के प्रतिनिधि के संयूक्त राष्ट्र की बैठक में हिस्सा लेने के मामले ने जब तूल पकड़ा तो विदेश मंत्रायल ने कहा था कि गुजरात पुलिस की ओर से उन्हें नित्यानंद की लोकेशन से जुड़ी कोई भी जानकारी पता करने का आवेदन नहीं मिला है.