Gujarat News: नशे में धुत युवकों ने ट्रैफिक पुलिस को पीटा, खुद को गृह राज्यमंत्री का PA बताकर दी ट्रांसफर की धमकी
Vadodara News: पुलिस ने बताया कि 3 लड़कों ने नशे की हालत में ट्रैफिक पुलिसकर्मियों के साथ मारपीट की. साथ ही खुद को हर्ष सांघवी का पीए बताकर पुलिसकर्मियों को एक दिन के भीतर ट्रांसफर कराने की धमकी दी.
Gujarat Crime News: गुजरात के वडोदरा (Vadodara) में शुक्रवार को नशे की हालत में तीन युवकों ने ट्रैफिक पुलिसकर्मियों पर हमला किया. इसके बाद पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. वहीं पुलिस शिकायत के अनुसार, तीनों आरोपियों में से एक आरोपी ने ट्रैफिक पुलिस को डराने की कोशिश करते हुए खुद को गुजरात के गृह राज्यमंत्री हर्ष सांघवी का पीए बताया.
हरनी पुलिस के अनुसार, वडोदरा निवासी वरुण पटेल, आकाश पटेल और पिनाकिन पटेल ने कथित तौर पर ट्रैफिक पुलिस ड्राइवर के साथ मारपीट की और उन्हें एक दिन के भीतर ट्रांसफर कराने की धमकी दी. बता दें कि, यह घटना शुक्रवार दोपहर लगभग 1:45 बजे हुई, जब तीनों आरोपी गोल्डन चौकड़ी के पास एक कार से जा रहे थे. इस दौरान ट्रैफिक पुलिस के हेड कांस्टेबल नवीनचंद्र बारिया मोबाइल स्पीड गन वैन के ड्राइवर ज्योतिषकुमार परमार के साथ ड्यूटी पर तैनात थे.
क्या है पूरा मामला?
नवीनचंद्र बारिया द्वारा की गई शिकायत के अनुसार, जब हम पेट्रोलिंग वैन से गोल्डन चौकड़ी के पास से गुजर रहे थे, तो हमने दो लोगों को नेशनल हाइवे-48 की सर्विस रोड के बीच में खड़े देखा. मैंने गाड़ी रोका और उन्हें बात करने के लिए सड़क के किनारे जाने के लिए कहा. हालांकि, इस दौरान आरोपी पुलिस गाड़ी के करीब आ गए और बहस करने लगे. वह नशे की हालत में लग रहे थे और जब उनसे इस बारे में पूछा गया, तो आरोपी गुस्सा हो गए और हमारे साथ बदत्तमीजी और मारपीट करने लगे. इससे ड्राइवर की पीठ और हाथ पर चोटें आई हैं.
आरोपी ने खुद को हर्ष सांघवी का पीए बताया
इसके साथ ही आरोपी वरुण पटेल ने खुद को हर्ष सांघवी का पीए बताते हुए निषेधाज्ञा की जांच करने पर भी सवाल खड़ा किया. साथ ही मुझे एक दिन के भीतर ट्रांसफर कराने की धमकी दी. जब हमने उनका पीछा किया तो उन्होंने एक गाड़ी में भागने की कोशिश की और अन्य दो गाड़ियां हमारे पीछे आ गईं और पीछा करते हुए हमें डराने की कोशिश की. हम उनका पीछा करते हुए हरनी पुलिस स्टेशन तक पहुंचे और पुलिस कंट्रोल रूम को भी सूचित किया. इसके बाद आरोपियों को हरनी पुलिस ने पकड़ लिया.
इन धाराओं में केस दर्ज
वहीं प्राथमिक जांच से पता चला कि वरुण पटेल के दावे झूठे थे और यह सिर्फ पुलिस को डराने के लिए किया गया था. तीनों आरोपियों पर निषेध अधिनियम के तहत अलग-अलग मामलों में मामला दर्ज किया गया है. साथ ही आईपीसी की धारा 332, 323 506(2), 294(बी) और 114 के तहत मामला दर्ज किया गया है.