Gujarat Spurious Liquor: गुजरात के बटोदा में जहरीली शराब पीने की वजह से मरने वालों की संख्या बढ़कर 41 तक पहुंच गई है. पुलिस ने इस मामले में धर पकड़ तेज कर दी है, अब तक 14 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. जहरीली शराब से हुई मौतों की इस घटना से पूरे गुजरात में हड़कंप मचा दिया है. शराब कांड को लेकर पुलिस की थ्योरी है कि शराब बनाई नहीं गई बल्कि लोगों ने पानी मिलाकर केमिकल पी लिया. केमिकल सप्लाई करने वाले जयेश को पुलिस ने गिरफ्तार भी कर लिया है.
इस मामले में राजनीति भी तेज हो गई है. गुजरात में विधानसभा चुनाव लड़ने का एलान कर चुकी आम आदमी पार्टी शराब कांड को लेकर बीजेपी पर हमलावर है. आम आदमी पार्टी आज दिल्ली में बीजेपी मुख्यालय का घेराव करेगी. वहीं कतल गुजरात दौर पर पहुंचे दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने भी बीजेपी पर जमकर निशाना साधा. केजरीवाल ने आरोप लगाया राज्य में शराबबंदी लागू है फिर भी अवैध शराब बेची जा रही है. उन्होंने आरोप लगाया कि अवैध शराब बेचने वाले लोग राजनीतिक संरक्षण का आनंद ले रहे हैं और उन्होंने शराब की बिक्री से अर्जित धन की जांच की मांग भी की. केजरीवाल ने मंगलवार को भावनगर के एक अस्पताल का दौरा भी किया और जहरीली शराब पीने के बाद बीमार लोगों से मुलाकात भी की.
बोटाद में 24 और पड़ोसी अहमदाबाद में नौ लोगों की मौत
गांधीनगर में राज्य निगरानी प्रकोष्ठ से संबद्ध पुलिस अधिकारी ने कहा, ''जहरीली शराब पीने के बाद अब तक कुल 41 लोगों की मौत हो चुकी है. बोटाद में 24 और पड़ोसी अहमदाबाद में नौ लोगों की मौत हुई है.'' इससे पहले दोपहर के समय गुजरात के पुलिस महानिदेशक आशीष भाटिया ने गांधीनगर में पत्रकारों को बताया कि 14 लोगों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 302, 328 और 120-बी के तहत तीन प्राथमिकी दर्ज की गई हैं और उनमें से अधिकतर लोगों को हिरासत में ले लिया गया है.
दूसरे अस्पतालों में भी जारी है इलाज
मामला सोमवार सुबह तब सामने आया, जब बोटाद के रोजिड गांव और आसपास के अन्य गांवों में रहने वाले कुछ लोगों को उनकी हालत बिगड़ने पर बरवाला क्षेत्र और बोटाद कस्बों के सरकारी अस्पतालों में भर्ती कराया गया. भाटिया ने बताया था कि जहरीली शराब पीने से अभी तक 28 लोगों की मौत हो चुकी है. उनमें से 22 बोटाद जिले के विभिन्न गांवों के निवासी थे, जबकि छह लोग पड़ोसी अहमदाबाद जिले के तीन गांवों के रहने वाले थे. इनके अलावा 45 से अधिक लोगों का भावनगर, बोटाद और अहमदाबाद के अस्पतालों में इलाज चल रहा है.
जांच के लिए समिति का गठन किया गया
भाटिया ने कहा, ‘‘ फोरेंसिक विश्लेषण में पता चला है कि पीड़ितों ने ‘मिथाइल अल्कोहल’ पी थी. हमने हत्या और अन्य अपराधों के आरोप में 14 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है और अधिकतर आरोपियों को हिरासत में ले लिया गया है.’’ गुजरात आतंकवाद रोधी दस्ता (एटीएस) और अहमदाबाद अपराध शाखा भी जांच में शामिल है.
इस बीच, राज्य सरकार ने कहा कि गुजरात के गृह विभाग ने मामले की विस्तृत जांच के लिए भारतीय पुलिस सेवा के वरिष्ठ अधिकारी सुभाष त्रिवेदी की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय एक समिति का गठन किया है. समिति तीन दिन में अपनी रिपोर्ट सौंपेगी. समिति के अन्य दो सदस्य मद्य निषेध और उत्पाद शुल्क निदेशक एम. ए. गांधी और गुजरात फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला निदेशक एच. पी. सांघवी हैं.
गोदाम से चोरी की गई थी शराब
भाटिया ने बताया कि अब तक पुलिस की जांच में सामने आया है कि जयेश उर्फ राजू ने अहमदाबाद में एक गोदाम से 600 लीटर ‘मिथाइल अल्कोहल’ चोरी किया था. राजू उस गोदाम में बतौर प्रबंधक काम करता था. उसने बोटाद में रहने वाले अपने एक रिश्ते के भाई संजय को 25 जुलाई को इसे 40 हजार रुपये में बेच दिया था.
अधिकारी ने कहा, ‘‘ यह जानते हुए भी कि यह एक औद्योगिक विलायक (सॉल्वेंट) है, संजय ने बोटाद के विभिन्न गांवों के मादक पदार्थ तस्करों को इसे बेचा. इन मादक पदार्थ तस्करों ने इस रसायन को पानी में मिलाकर देशी शराब के तौर लोगों को बेचा. इससे 28 लोगों की मौत हुई.’’