Surat News: एफआईआर में नाम नहीं जोड़ने के बदले सब-इंस्पेक्टर ने मांगी थी रिश्वत, एसीबी ने जाल बिछाकर रंगे हाथों पकड़ा
Surat Crime News: सूरत पुलिस के एक पुलिस सब-इंस्पेक्टर को गुजरात एसीबी ने रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा है. आरोप है कि आरोपी पुलिस ने FIR में नाम नहीं जोड़ने के बदले फर्म के मालिक से रिश्वत मांगी थी.
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Gujarat Anti Corruption Bureau: गुजरात एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) ने मंगलवार को सूरत पुलिस के एक पुलिस सब-इंस्पेक्टर को कथित तौर पर 1.3 लाख रुपये की रिश्वत लेने के आरोप में हिरासत में लिया है. गुजरात एसीबी अधिकारियों के अनुसार, पुना पुलिस स्टेशन के साथ पीएसआई जयदीपसिंह राजपूत और उनके सहयोगी जियाउद्दीन सैय्यद को मंगलवार को कथित तौर पर रिश्वत की राशि लेते हुए रंगे हाथों पकड़े जाने के बाद हिरासत में लिया गया था.
एसीबी के अधिकारी ने दी ये जानकारी
एसीबी के अधिकारियों ने कहा कि पुलिस द्वारा फर्म के स्वामित्व वाली एक लग्जरी बस से अवैध शराब जब्त करने के बाद सब-इंस्पेक्टर ने शराबबंदी मामले में एक ट्रैवल फर्म के मालिक से रिश्वत की राशि की मांग की. गुजरात एसीबी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “आरोपी पुलिस अधिकारी ने ट्रैवल्स कंपनी के कर्मचारियों को बुलाया था और उन्हें शराबबंदी के मामले में बुक करने की धमकी दी थी.
इसके बाद आरोपी पुलिस अधिकारी ने कंपनी के मालिक का नाम पूछा और उसपर भी शराबबंदी का मामला दर्ज करने की धमकी दी. इसके बाद आरोपी ने प्राथमिकी में फर्म के मालिक का नाम नहीं जोड़ने पर पांच लाख रुपये की रिश्वत की मांग की. बाद में, रिश्वत की राशि 3 लाख रुपये तय की गई.”
एसीबी ने जाल बिछाकर कर पकड़ा
“ट्रैवेल्स कंपनी के कर्मचारियों ने उसके मालिक से बात करने के बाद, बाद वाले ने इंस्पेक्टर को 1,70,000 रुपये का भुगतान किया, जिसे 1 अगस्त को जियाउद्दीन सैय्यद के माध्यम से आरोपी पुलिस अधिकारी को सौंप दिया गया था. आरोपी अधिकारी ने फिर शेष 1,30,000 रुपये की मांग की. तभी ट्रैवल कंपनी के कर्मचारी एसीबी के पास पहुंचे और जाल बिछाया गया.
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