गुजरात भारी बारिश का रेड अलर्ट, 27 अगस्त को बंद रहेंगे सभी प्राइमरी स्कूल
Gujarat School Closed: मौसम विभाग ने गुजरात के सभी जिलों में भारी बारिश की संभावना जताई है. मौसम को देखते हुए सीएम ने आपदा प्रबंधन के साथ बैठक भी की है.
गुजरात में हो रही भारी बारिश के बीच मंगलवार (26 अगस्त) को सभी प्राइमरी स्कूल बंद रहेंगे. राज्य के शिक्षा मंत्री प्रफुल्ल पनसेरिया ने इसकी जानकारी दी. इस बीच पूरे गुजरात में बारिश का रेड अलर्ट जारी किया गया है. सभी जिलों में अत्यंत भारी बारिश का अनुमान है. मौसम विभाग ने बहुत भारी बारिश की आशंका जताई है. राज्य सरकार ने सभी एहतियाती कदम उठाये हैं. मुख्यमंत्री ने आपदा प्रबंधन के साथ बैठक की है.
गुजरात के अनेक हिस्सों में सोमवार (26 अगस्त) को सुबह छह बजे तक, पिछले 24 घंटे में भारी से बहुत भारी बारिश हुई है और बरसाती नदियों का जलस्तर बढ़ जाने से नवसारी तथा वलसाड जिलों के निचले इलाके जलमग्न हो गए हैं. ऐसे में सैकड़ों लोगों को सुरक्षित स्थानों में जाना पड़ा है. राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र (एसईओसी) के आंकड़ों के अनुसार, सोमवार (26 अगस्त) को सुबह छह बजे तक पिछले 24 घंटे में सबसे अधिक 356 मिलीमीटर बारिश नवसारी जिले की खेरगाम तालुका में दर्ज की गई. इस अवधि के दौरान, डांग जिले के डांग-अहवा तालुका में 268 मिमी और कपराडा (वलसाड जिला) में 263 मिमी बारिश हुई.
मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने रविवार देर रात सौराष्ट्र क्षेत्र के मोरबी, कच्छ, राजकोट, सुरेंद्रनगर और भावनगर जिलों और दक्षिण गुजरात के भरूच और डांग जिलों के जिलाधिकारियों से फोन पर बात कर स्थिति की समीक्षा की.
मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) ने बताया कि सीएम ने जिलाधिकारियों को सतर्क रहने और बारिश की स्थिति पर लगातार नजर रखते हुए लोगों और उनके पशुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने का निर्देश दिया. राज्य में और अधिक बारिश के पूर्वानुमान के बीच, मुख्य सचिव राज कुमार ने रविवार शाम को एक समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की.
भारत मौसम विज्ञान विभाग ने अगले सप्ताह गुजरात में भारी से बहुत भारी बारिश का पूर्वानुमान व्यक्त किया है. दक्षिण गुजरात के जिलों में अब तक औसत वार्षिक वर्षा की 105 प्रतिशत से अधिक बारिश हो चुकी है, जो राज्य में सबसे अधिक है.दक्षिण गुजरात और सौराष्ट्र के आठ जिलों में उनकी औसत वार्षिक वर्षा की 100 प्रतिशत से अधिक बारिश हुई है. एसईओसी के आंकड़ों से पता चला है कि इस सीजन में अब तक अन्य सभी जिलों में औसत वार्षिक वर्षा की 50 प्रतिशत से अधिक वर्षा दर्ज की गई है.