Gujarat News: अहमदाबाद नगर निगम (एएमसी) ने बुधवार को ठोस कचरा प्रबंधन विभाग में पांच सफाई कर्मचारियों को अनुशासनहीनता और नागरिक निकाय के काम में दिक्कतें पैदा करने के लिए निकाल दिया. एएमसी द्वारा बुधवार को जारी एक विज्ञप्ति में कहा गया है कि विभागीय जांच में पांच कर्मचारियों जिनके नाम हितेंद्र कुमार, पुरुषोत्तम मकवाना, गिरीशभाई छनाभाई सोलंकी, मुकेशभाई सोमाभाई मकवाना, जगदीश भाई भीमजीभाई वलोदरा और महेंद्रभाई बलदेवभाई डोडिया हैं, उनके उनके खिलाफ आरोप साबित होने के बाद यह फैसला लिया गया है.
किन आरोपों के चलते निकाला गया?
ये कर्मचारी ठोस कचरा प्रबंधन विभाग के सरखेज वार्ड, जोधौर वार्ड और मक्तमपुरा वार्ड में सहायक के रूप में कार्यरत थे. एएमसी द्वारा जारी विज्ञप्ति में कहा गया है कि इन सभी पर कथित तौर पर सफाई कामदार के तबादले के खिलाफ एएमसी वार्ड और जोनल अधिकारियों के साथ फोन पर 'अनुचित भाषा का इस्तेमाल' करने और सफाई कामदार के स्थानांतरण की मांग करने वाले एएमसी अधिकारियों के साथ बुरा व्यवहार करने का आरोप है.
हाल ही में अहमदाबाद नगर निगम ने मंगलवार को नगर निकाय के वार्षिक बजट के मसौदे को संशोधित कर 8,807 करोड़ रुपये कर दिया. नगर आयुक्त लोचन सेहरा ने 2 फरवरी को पेश वर्ष 2022-23 के लिए 8111 करोड़ रुपये के अपने मसौदा बजट में पिछले साल के बजट से 636 करोड़ रुपये की वृद्धि करने का प्रस्ताव रखा था.
जाने क्या है एएमसी ?
आपको बता दें कि अहमदाबाद नगर निगम को बॉम्बे प्रांतीय निगम अधिनियम (1949) के तहत जुलाई 1950 में बनाया गया था. अहमदाबाद नगर निगम अहमदाबाद शहर के नागरिक बुनियादी ढांचे और प्रशासन के लिए जिम्मेदार है. बिजलबेन पटेल मौजूदा समय में अहमदाबाद नगर निगम के मेयर हैं.
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