Gujarat: गुजरात सरकार की महत्वाकांक्षी ई चालान परियोजना पूरी तरह से खरी साबित नहीं हो रही है क्योंकि पिछले दो सालों में में यातायात उल्लंघनकर्ताओं से 309 करोड़ रुपये का जुर्माना अभी प्राप्त करना बाकी है. विधानसभा में पेश आंकड़ों के मुताबिक इस दौरान राज्य में 56.18 लाख ई-मेमो जारी किए गए. सरकार को यातायात अपराधियों से जुर्माने के रूप में 61.43 करोड़ (16.56%) मिले, लेकिन जुर्माने की 83% राशि का भुगतान नहीं किया गया.


उल्लंघनकर्ताओं की सूची में राजकोट सबसे ऊपर


113.6 करोड़ रुपये के चालान का भुगतान न करने वाले ई-मेमो उल्लंघनकर्ताओं की सूची में राजकोट सबसे ऊपर है. अहमदाबाद 107.71 करोड़ रुपये बकाया के साथ दूसरे स्थान पर है. वडोदरा जिले में यातायात अपराधियों को अभी 76 लाख रुपये का भुगतान करना है. गुजरात ने पांच साल पहले जुर्माना वसूली में मानवीय हस्तक्षेप को दूर करने के लिए ई-चालान परियोजना शुरू की थी. प्रक्रिया शुरू करने के पीछे यह वजह थी की चालान परियोजना को पश्चिमी देशों की तरह पारदर्शी और परेशानी मुक्त बनाना है.


Gujarat Corona Update: गुजरात में धीमी पड़ी कोरोना की रफ़्तार, पांचवे दिन कोई मौत नहीं, जानिए- क्या है स्थिति?


370.76 करोड़ रुपये के ई-चालान में से सिर्फ 61.43 करोड़ रुपये का भुगतान


राज्य सरकार की ओर से उपलब्ध कराए गए आंकड़ों के मुताबिक विधानसभा में कांग्रेस विधायकों के सवालों के जवाब में अब तक 370.76 करोड़ रुपये के ई-चालान में से सिर्फ 61.43 करोड़ रुपये का ही भुगतान किया जा सका है.ट्रैफिक पुलिस ने वाहन मालिकों के सेलफोन नंबर प्राप्त करने का सुझाव दिया है ताकि जब भी उन्हें ई-चालान जारी किया जाए तो सॉफ्टवेयर उन्हें स्वचालित रूप से एक टेक्स्ट संदेश अलर्ट भेज सके. यह पुलिस को अपराधी से संपर्क करने और जुर्माना वसूलने में भी मदद करेगा.


Holi Drinks: होली के दिन बनने वाली खास ठंडाई का स्वाद बढ़ाने के लिए अपनाएं ये टिप्स, मेहमान भूल नहीं पाएंगे स्वाद