AAP का दावा- गुजरात चुनाव में पार्टी को मिलेंगी 140 से 150 सीट, 32 के अंदर सिमट जाएंगी बीजेपी-कांग्रेस
Gujarat Elections 2022: 2017 में हुए विधानसभा चुनाव (Assembly Election) की बात करें तो उस वक्त कांग्रेस और बीजेपी के अलावा तीसरी कोई पार्टी मुकाबले के आस-पास भी नहीं थी.
Gujarat Assembly Election 2022: गुजरात विधानसभा चुनाव (Gujarat Assembly Election 2022) के लिए चुनाव आयोग (Election Commision) ने तारीखों का एलान कर दिया है. अब राज्य में चुनावी माहौल और ज्यादा तेज हो गया है. चुनाव आयोग के घोषणा के कुछ ही मिनट बाद आप प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने गुजरात के नाम एक वीडियो भी शेयर किया, जिसमें उन्होंने कहा कि आप को मौका दें, आप जनता के लिए मुफ्त बिजली, स्कूल और अस्पताल बनाएगी.
इसके साथ ही आप के मुख्य प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज (Saurabh Bharadwaj) ने भी तारीख की घोषणा के बाद एनडीटीवी से दावा किया है कि आप पार्टी अब 182 में से 90-95 सीटें जीत रहे हैं और अगर यह गति जारी रही, तो हम 140 से 150 सीटें जीतेंगे. पार्टी इस बार सभी 182 निर्वाचन क्षेत्रों के लिए उम्मीदवार उतार रही है. 2017 में आप ने महज 30 ही सीटों पर चुनाव लड़ा था. यही कारण है कि चुनाव में आप के होने से तब इतना फर्क नहीं पड़ा.
'खत्म हो चुकी है कांग्रेस'
सौरभ भारद्वाज ने इस दौरान बीजेपी और कांग्रेस दोनों पर ही निशाना साधा. उन्होंने कहा कि कांग्रेस कहती है कि उसका प्रचार अभियान एक रणनीति और खुद को मुख्य विपक्ष बताती है. भारद्वाज ने कहा कि कांग्रेस इस बार चुनाव में है ही नहीं कांग्रेस खारिज और खत्म हो गई है. कांग्रेस और बीजेपी दोस्ताना मैच खेलते हैं.
गुजरात में आप की रणनीति तेज
भारद्वाज ने आगे दावा किया कि यह चुनाव आप पार्टी मुफ्त, मोहल्ला क्लीनिक और वर्ल्ड क्लास एजुकेशन को लेकर है. जैसे आप ने दिल्ला की जनता को दिया है. केजरीवाल ने भी पिछले कुछ महीनों में पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के साथ गुजरात के कई दौरे किए. इस दौरान आप ने गुरात को "विकास का दिल्ली मॉडल" जैसा बनाने के दावे किए. वहीं, दूसरी तरफ कांग्रेस का कहना है कि चुनाव तीन-तरफा मुकाबला भी नहीं है क्योंकि आप के दावे हर बार की तरह झूठे साबित होंगे.
2017 में कांग्रेस की रही अच्छी पकड़
हालांकि, 2017 में हुए चुनाव की बात करें तो उस वक्त कांग्रेस और बीजेपी के अलावा तीसरी कोई पार्टी मुकाबले के आस-पास भी नहीं थी. कांग्रेस ने गुजरात में अच्छी छाप छोड़ी थी. वहीं, बीजेपी ने 2012 की तुलना में 2017 में जीती सीटों की संख्या में गिरावट दर्ज की थी. 2012 में जब मोदी गुजरात के सीएम थे, बीजेपी ने 115 सीटें और 47.85 प्रतिशत वोट जीते थे और 2017 में बीजेपी को महज 99 सीटें ही हाथ लगी थी. कांग्रेस ने 2017 में 77 सीटों पर कब्जा किया था.