Gujarat Assembly Election 2022: हिजाब के सवाल पर ओवैसी की पार्टी की दो मुस्लिम महिला काउंसलर चुनावी मैदान में आमने-सामने आ गई हैं. अहमदाबाद म्युनिसिपल कॉरपोरेशन में AIMIM की काउंसलर सुहाना मंसूरी ने हिजाब ना पहनने के चलते टिकट काटने का आरोप लगाया है. अहमदाबाद की वेजलपुर सीट से निर्दलीय उम्मीदवारी दूसरी ओर वेजलपुर सीट पर AIMIM से टिकट पाने वाली दूसरी काउंसलर जैनब शेख पूरी तरह हिजाब में ढकी हुई हैं और जमकर प्रचार कर रही हैं. वे ABP News से कहती हैं कि हिजाब ही मेरी पहचान है. मैं हमेशा इसी हिजाब में रहती हूं और लोगों के बीच प्रचार करती हूं.


कौन हैं सुहाना मंसूरी?
उनके साथ हिजाब वाली लड़कियों की पूरी टीम प्रचार कर रही है. वे भी कहती हैं कि हिजाब उनकी शान है. ओवैसी ने इस पार्टी पर जीत के लिए हैदराबाद से AIMIM Corporators की एक टीम भी भेजी है. वे भी हिजाब का जमकर समर्थन कर रहे.


दलित और मुस्लिम वोटों पर नजर
गुजरात में ओवैसी की पार्टी AIMIM का पूरा फोकस दलित और मुस्लिम वोटों पर है. ओवैसी ने जमालपुर-खड़िया, सूरत (पूर्व), लिंबायत और बापूनगर के लिए उम्मीदवारों की घोषणा की है. जातिगत समीकरण की बात करें तो, इस सीटों पर उसके प्रवेश से बीजेपी को सीधा फायदा पहुंच सकता है.


ओवौसी ने कहा, "पार्टी 30 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ने की योजना बना रही है, जिसमें मुस्लिम, दलित, आदिवासी और यहां तक ​​कि सामान्य बहुल सीटें भी शामिल हैं. जब कोई पार्टी चुनावी मैदान में होती है, तो वह यह नहीं सोचती है कि उसका उम्मीदवार एक्स या वाई पार्टी के वोट बैंक में सेंध लगाएगा. लोग हमारी पार्टी और उम्मीदवारों को वोट देंगे." बता दें, गुजरात में एक और पांच दिसंबर को दो चरणों में मतदान है, चुनाव के नतीजे आठ दिसंबर को सामने आएंगे.


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