Gujarat Assembly Election 2022: आम आदमी पार्टी (AAP) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल आगामी गुजरात विधानसभा चुनाव के लिए सीएम उम्मीदवार की घोषणा करेंगे. केजरीवाल अपनी पार्टी के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार का नाम राज्य के लोगों की राय के आधार पर शुक्रवार को घोषित करेंगे. पार्टी पदाधिकारियों ने गुरुवार को यह जानकारी दी. बीते 29 अक्टूबर को केजरीवाल ने जनता से अपील की थी कि वह पार्टी से एसएमएस (SMS), व्हाट्सऐप (Whatsapp), वायस मेल और ई-मेल (Email) के जरिये संपर्क करके बतायें कि राज्य में पार्टी का मुख्यमंत्री उम्मीदवार किसे होना चाहिए.


केजरीवाल ने लोगों की अपील
अरविंद केजरीवाल ने तीन नवंबर तक लोगों से अपनी राय देने के लिए कहा था. इसके आधार पर चार नवंबर को पार्टी के मुख्यमंत्री उम्मीदवार का ऐलान किया जाएगा. पार्टी सूत्रों ने बताया कि मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार की दौड़ में शामिल आप नेताओं में पार्टी प्रदेश अध्यक्ष गोपाल इटालिया, राष्ट्रीय महासचिव इसुदान गढ़वी और महासचिव मनोज सोराठिया शामिल हैं. केजरीवाल अहमदाबाद में शुक्रवार को पार्टी के मुख्यमंत्री उम्मीदवार का ऐलान एक प्रेसकॉन्फ्रेंस में करेंगे. 182 सदस्यीय गुजरात विधानसभा के चुनाव दो चरण में एक और पांच दिसंबर को होंगे. वहीं मतगणना आठ दिसंबर को होगी.


आप की एंट्री से चुनाव रोचक
दरअसल आम आदमी पार्टी के प्रवेश ने इस चुनाव को रोचक बना दिया है, क्योंकि भारतीय जनता पार्टी 1995 से वहां अपनी निर्बाध जीत का सिलसिला जारी रखना चाहती है. वहीं मुख्य विपक्षी कांग्रेस अपने प्रचार अभियान को धार देने में जुटी हुई है. मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार ने चुनाव की तारीखों को ऐलान करते हुए कहा कि गुजरात की कुल 182 सदस्यीय विधानसभा के लिए पहले चरण में 89 सीटों पर और दूसरे चरण में 93 सीटों पर मतदान होगा. जबकि मतों की गिनती हिमाचल प्रदेश में मतगणना के साथ ही आठ दिसंबर को होगी. इस अवसर पर निर्वाचन आयुक्त अनूप चंद्र पांडेय और आयोग के शीर्ष अधिकारी भी मौजूद थे.


वहीं कांग्रेस सहित कुछ अन्य विपक्षी दलों ने गुजरात में चुनाव की घोषणा में कथित देरी का आरोप लगाया.राजीव कुमार ने पक्षपात की विपक्ष की आलोचना को भी दरकिनार करते हुए दलील दी कि आयोग को मौसम, विधानसभा के कार्यकाल की अंतिम डेट और आदर्श आचार संहिता लागू होने के दिन सहित कई चीजों में संतुलन बिठाना होता है. उन्होंने कहा कि गुजरात विधानसभा का कार्यकाल 18 फरवरी 2023 को समाप्त हो रहा है और चुनावों की घोषणा 110 दिन पहले की गई है.


लेट घोषणा होने में कई कारण
आयोग ने 14 अक्टूबर को हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा की थी लेकिन उसने गुजरात विधानसभा चुनाव की घोषणा नहीं की थी. राजीव कुमार ने कहा यह कई कारकों का संयोजन है और इन्हीं सब को ध्यान में रखते हुए यह फैसला किया है. इन कारकों में आस-पास के राज्यों के चुनाव भी शामिल हैं. कुमार ने संकेत दिया कि चुनावों की घोषणा कुछ दिन पहले की जा सकती थी लेकिन मोरबी में हुए हादसे को ध्यान में रखते हुए नहीं की जा सकी. उन्होंने कहा, हमें राज्य में हुए हादसे को भी ध्यान में रखना पड़ा. देरी में वह भी एक कारक रहा. बुधवार को तो गुजरात में राजकीय शोक था. इसलिए इसमें बहुत सारे कारक हैं.



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