Gujarat Assembly Election 2022: गुजरात में ढाई दशक से ज्यादा वक्त से बीजेपी की सरकार है. बड़ा सवाल ये है कि गुजरात में बीजेपी के पास ऐसा कौन सा 'विनिंग फॉर्मूला' है जिसको अपना कर बीजेपी कई सालों से सत्ता में बनी हुई है. इसका जवाब है बीजेपी की 82 लाख 'आर्मी'. सौ फीसद समर्पित पन्ना प्रमुखों की ऐसी फौज जो पार्टी को जीत दिलाने के लिए रात-दिन एक कर देते हैं. करीब तीन हफ्ते बाद गुजरात के चार करोड़ 80 लाख वोटर ये तय करेंगे की गुजरत का सीएम कौन होगा.
पीएम मोदी ने की है तारीफ
गुजरात में पीएम मोदी का घर है. गुजरात में पन्ना प्रमुख कई सालों से बीजेपी को एक मुश्त वोट दिलाते रहे हैं. पीएम मोदी ने अपने एक बयान में कहा था कि, 'कुछ लोग पन्ना प्रमुख का मजाक उड़ाते रहते हैं. लेकिन पन्ना प्रमुख की ताकत क्या होती है वो इस चुनाव में पता चल गया. पीएम मोदी ने पन्ना प्रमुख के कार्यकर्ताओं का आभार भी जताया. पीएम मोदी ने कहा, 'इन कार्यकर्ताओं को, उनकी मेहनत को, उनकी प्रतिबद्धता को एक बार ह्रदय से बहुत-बहुत अभिनन्दन करता हूं.'
कौन होता है पन्ना प्रमुख?
गुजरात में बीजेपी का ये बूथ मैनेजमेंट कैसे काम करता है. ये जान लीजिये. आम तौर पर वोटर लिस्ट के एक पन्ने में 30 वोटरों के नाम होते हैं. पन्ना प्रमुख के जिम्मे वोटर लिस्ट में दर्ज सभी वोटरों से संपर्क करने और उन्हें पार्टी के लिए वोटिंग करने के लिए मनाने की जिम्मेदारी होती है. गुजरात में कुल 82 लाख पन्ना प्रमुख हैं और गुजरात में चार करोड़ 80 लाख वोटर्स हैं. इसका अर्थ है कि बीजेपी गुजरात में हर वोटरों तक पहुंचती है. गुजरात बीजेपी नेता यग्नेश दवे ने कहा, 'गुजरात में पन्ना समिति ज्यादातर परिवारों को कवर कर लेती है.'
पन्ना प्रमुख पर क्या है जिम्मेदारी?
गुजरात में पन्ना प्रमुख के हर समिति को ये जिम्मेदारी दी गई है कि हर परिवार से कम से कम तीन वोटरों को बीजेपी के पक्ष में वोटिंग के लिए तैयार करें. वोटर का मन बनाकर पोलिंग बूथ तक पहुंचाए. चुनाव में जीत दिलाने वाले पन्ना प्रमुख को बीजेपी उनकी अहमियत का अहसास भी कराती रहती है. बीजेपी पन्ना प्रमुख के हर मेंबर का डाटा रखती है. समिति के हर मेंबर को एक पहचान पत्र दिया जाता है. जन्मदिन और सालगिरह पर पार्टी की तरफ से शुभकामनाएं दी जाती है. समिति के सदस्यों के व्यक्तिगत कार्यक्रमों में बड़े नेता शामिल होते हैं. इनका सम्मलेन भी आयोजित किया जाता है. सम्मलेन में पीएम मोदी और बड़े नेता हिस्सा लेते हैं.
पन्ना प्रमुख को लेकर केजरीवाल बोले
गुजरात में आम आदमी पार्टी के प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने पन्ना प्रमुखों को लेकर कहा, 'इनके कहते हैं पन्ना प्रमुख होते हैं. सारे पन्ना प्रभारी तोड़ लो इनके. उनको बोलो पैसे उनसे लेना काम आम आदमी पार्टी का करना. कुछ लोगों को मैंने कहते सुना की उन्हें तनखाह मिलती है.' अब आठ दिसंबर को जब चुनावी नतीजे सामने आएंगे तो किस पार्टी को जीत मिलेगी और किसे हार का सामना करना पड़ेगा ये तब पता चलेगा.
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