Gujarat Election 2022: 'उम्मीदवारों को बदल कर मोरबी के जख्मों को कुरेद रही बीजेपी', कांग्रेस का आरोप
Gujarat Election: गुजरात में बीजेपी ने आज अपने उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी कर दी है. इस लिस्ट में 160 नामों की घोषणा की गई है. कांग्रेस ने बीजेपी की पहली लिस्ट पर जमकर निशाना साधा है.
Gujarat Assembly Election 2022: गुजरात में एक दिसंबर से पहले और पांच दिसंबर को दूसरे चरण के लिए वोट डाले जायेंगे. उम्मीदवारों की पहली सूची से वरिष्ठ नेताओं को टिकट नहीं देने पर कांग्रेस ने बीजेपी पर निशाना साधा है. कांग्रेस ने गुरुवार को कहा कि उम्मीदवारों को बदलने से न तो मोरबी के लोगों के घाव भरेंगे और न ही यह भ्रष्टाचार और सरकार की निष्क्रियता को छिपाने में मदद करेगा. कांग्रेस ने कोरोना वायरस को लेकर भी बीजेपी को अपने निशाने पर लिया है.
कांग्रेस ने बीजेपी पर साधा निशाना
कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता आलोक शर्मा ने कहा, “आप पहले से ही जानते हैं कि रूपाणी सरकार के पूरे मंत्रिपरिषद को बदल दिया गया था. आज उस सरकार के सभी मंत्री इस सूची में नहीं थे. सरकार कोविड महामारी के दौरान विफल रही और कैबिनेट ने लोगों को अंधेरे में रखा और बुनियादी सुविधाएं भी नहीं दे पाईं. फिर, पूरी मंत्रिपरिषद को बदल दिया, और आज कुछ नई मंत्रिपरिषद को हटा दिया गया है. इसका मतलब सिर्फ इतना है कि सरकार ने कोई काम नहीं किया है.
लगाए ये आरोप
आलोक शर्मा ने कहा, "मोरबी (Morbi) में उम्मीदवार बदलकर आप पुल गिरने से हुए घावों को ठीक नहीं कर सकते." उन्होंने कहा, 'मंत्रियों को बदलकर आप भ्रष्टाचार को छिपा नहीं सकते. विधायकों को बदलकर, आप इस तथ्य को नहीं छिपा सकते कि आप कोविड महामारी के दौरान ऑक्सीजन भी प्रदान करने में विफल रहे.” मोरबी विधायक और भूपेंद्र पटेल सरकार में मंत्री बृजेश मेरजा को हटा दिया गया है और कांति अमृतिया, जिनके मोरबी पुल त्रासदी के दौरान लोगों को बचाने के कथित वीडियो वायरल हुए थे, को नामित किया गया है.
कई नेताओं का कटा टिकट
कांग्रेस प्रवक्ता ने यह भी बताया कि 2017 के गुजरात विधानसभा चुनाव में भारी अंतर से जीतने वाले बीजेपी विधायकों को भी हटा दिया गया है. शर्मा ने दावा करते हुए कहा, “50000 से अधिक मतों से जीते प्रदीप परमार, एक लाख मतों से जीते प्रदीप सिंह जडेजा और 40000 मतों के अंतर से राजेंद्र त्रिवेदी सभी को बाहर कर दिया गया है.
निमाबेन आचार्य, जो अध्यक्ष थीं, उनका पत्ता भी काट दिया गया है. अरविंद रियानी और आरसी मकवाना अपने घरों पर बैठने को मजबूर हो गए हैं. बीजेपी के पास एक रिपोर्ट थी जिसमें कहा गया था कि वे सभी हार रहे हैं.” बीजेपी सरकार की स्थिरता पर सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा, "छह साल में आपके पास तीन मुख्यमंत्री, दो मंत्री थे... इस सूची में करीब 20 लोग ऐसे हैं जो कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हो गए हैं."
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