(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Gujarat Election 2022: 2017 के चुनाव में AAP के सभी उम्मीदवारों की जब्त हुई थी जमानत, इस बार क्या BJP को देगी टक्कर?
Gujarat Election: गुजरात विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है. गुजरात में इस बार कांग्रेस, बीजेपी और आम आदमी पार्टी आमने सामने है.
Gujarat Assembly Election 2022: आम आदमी पार्टी (आप) आगामी गुजरात विधानसभा चुनावों में अपने आप को सत्तारूढ़ बीजेपी के मुख्य प्रतिद्वंद्वी के तौर पर पेश करने की कोशिश कर रही है. हालांकि, 2017 के विधानसभा चुनावों में उसके सभी 29 उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो गयी थी. आप दावा करती है कि वह अब गुजरात के लोगों तक पहुंच बनाने में कामयाब हो गयी है. उसके राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल हाल फिलहाल में कई बार राज्य का दौरा कर चुके हैं और उन्होंने पार्टी के सत्ता में आने पर कई ‘‘गारंटी’’ देने का वादा किया है.
आप ने इन्हें बनाया है सीएम उम्मीदवार
पार्टी ने अगले महीने होने वाले गुजरात विधानसभा चुनावों के लिए पूर्व टीवी प्रस्तोता और पत्रकार इसुदान गढ़वी को अपना मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार है. किसी चुनाव में प्रत्याशी की जमानत तब जब्त होती है जब वह निर्वाचन क्षेत्र में पड़े कुल वोटों का छठा हिस्सा (16.7 प्रतिशत) भी हासिल नहीं कर पाता है. आप ने 2017 के गुजरात विधानसभा चुनाव से पहले 2014 के आम चुनावों में गुजरात की 26 लोकसभा सीटों में से 24 पर उम्मीदवार उतारे थे उसके प्रत्याशियों ने बेहद खराब प्रदर्शन किया.
क्या बीजेपी को देगी टक्कर?
पार्टी 2019 के लोकसभा चुनावों के दौरान गुजरात से दूर रही. लेकिन अब पार्टी 182 सदस्यीय विधानसभा के चुनावों के लिए अपने आप को बीजेपी के मुख्य प्रतिद्वंद्वी के तौर पर पेश करने की कोशिश कर रही है. गुजरात विधानसभा चुनाव में मतदान दो चरणों में एक तथा पांच दिसंबर को होगा. दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल ने विश्वास जताया है कि उनकी पार्टी गुजरात में विजयी होगी तथा उन्होंने दावा किया कि राज्य के लोग ‘‘बीजेपी के 27 साल के कुशासन’’ से त्रस्त हैं.
आप नेता ने कहा, ‘‘हम 2017 में गुजरात में नए-नए थे तथा राज्य के लोगों तक प्रभावी तरीके से अपना संदेश नहीं पहुंचा पाए थे. जनता तक पहुंचना अहम है लेकिन प्रचार उचित तरीके से नहीं किया गया था.’’
आप ने किया ये दावा
उन्होंने दावा किया, ‘‘इस बार हम जनता तक अपनी बात पहुंचाने में कामयाब रहे हैं.’’ पार्टी के 2017 में खड़े किए गए 29 प्रत्याशियों में से इस बार केवल चार उम्मीदवारों रमेश नभानी (पालनपुर), निमिशाबेन खुंट (गोंडल), राम धादुक (कामरेज) और अर्जुन राठवा (छोटा उदयपुर) को ही मौका दिया गया है.निर्वाचन आयोग के आंकड़ों के अनुसार, 2017 विधानसभा चुनाव में 2.77 प्रतिशत वोट पाने वाले राठवा 2014 लोकसभा चुनाव में भी छोटा उदयपुर से पार्टी के उम्मीदवार थे तथा तब उन्हें 2.10 फीसदी वोट मिले थे.
158 सीटों पर अपने उम्मीदवारों की घोषणा
आगामी विधानसभा चुनाव के लिए आप ने अभी तक 158 सीटों पर अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है. राजनीतिक टिप्पणीकार निशांत वर्मा ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘आप गुजरात में नयी नहीं है. यह 2014 से राज्य में है जब पहली बार उसने लोकसभा चुनाव लड़ा था.’’ उन्होंने कहा कि इसके बाद से उसने 2017 के विधानसभा चुनाव तथा 2021 के स्थानीय चुनावों समेत विभिन्न चुनाव लड़े हैं.
आप ने पिछले साल सूरत नगर निगम चुनाव में 27 सीटें जीती थी. वर्मा ने कहा, ‘‘पूर्व में आप के प्रदर्शन को देखते हुए यह पूर्व मुख्यमंत्रियों शंकरसिंह वाघेला तथा केशुभाई पटेल द्वारा समर्थित स्थानीय दलों के आसपास भी नहीं है.’’
आप ने किये हैं ये वादे
पहले के विपरीत केजरीवाल इस बार गुजरात के विभिन्न हिस्सों में विशाल रैलियां तथा रोडशो करते हुए पार्टी के चुनाव प्रचार अभियान की कमान संभाल रहे हैं. उन्होंने हर महीने 300 यूनिट निशुल्क बिजली, सरकारी स्कूलों में निशुल्क शिक्षा, बेरोजगार युवाओं को भत्ता, महिलाओं को 1,000 रुपये तथा नए वकीलों को मासिक वेतन देने जैसे कई वादे किए हैं. केजरीवाल के अलावा गुजरात में प्रचार करने वाले पार्टी के अन्य नेताओं में पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान, दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और राज्यसभा सदस्य राघव चड्ढा शामिल हैं. चड्ढा गुजरात चुनावों के सह-प्रभारी भी हैं.
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