Gujarat Election 2022: मनोज इटालिया और मनोज सोरठिया कौन सी विधानसभा सीट से लड़ेंगे चुनाव? अरविंद केजरीवाल ने किया बड़ा एलान
Gujarat Election 2022: आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने गोपाल इटालिया और मनोज सोरठिया की विधानसभा सीटों का एलान किया.
Gujarat Assembly Election: आम आदमी पार्टी (AAP) के नेता और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने बुधवार ने गोपाल इटालिया और मनोज सोरठिजया के चुनाव क्षेत्रों का एलान किया. एक ट्वीट में अरविंद केजरीवाल ने यह एलान किया. अरविंद केजरीवाल ने एक ट्वीट में कहा, "राजनीति में युवाओं की भागीदारी जरूरी है. गुजरात में हमारे प्रदेश अध्यक्ष और लोकप्रिय युवा गोपाल इटालिया को सूरत की कतारगाम विधानसभा से और प्रदेश महामंत्री मनोज सोरठिया को करंज विधानसभा से गुजरात की जनता चुनाव लड़ाएगी. दोनों युवाओं को मैं शुभकामनाएं देता हूं."
किसे कहां से मिला टिकट?
वहीं इससे पहले गुजरात विधानसभा चुनाव के लिए आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) ने अंजार से अरजान राबेरी, चनासमा से विशुभाई पटेल, दाहेगाम से सुहाग पांचाल, लिमबड़ी से मयूर साकरिया, फतेपुरा से गोविंद परमार, सायजीगंज से स्वेजल व्यास और झांगड़िया से उर्मिला भगत को चुनाव का टिकट देकर खड़ा किया है.
राजनीति में युवाओं की भागीदारी ज़रूरी है। गुजरात में हमारे प्रदेश अध्यक्ष एवं लोकप्रिय युवा श्री गोपाल इटालिया को सूरत की कतारगाम विधानसभा से ओर प्रदेश महामंत्री श्री मनोज सोरठिया को करंज विधानसभा से गुजरात की जनता चुनाव लड़ाएगी, दोनों युवाओं को मैं शुभकामनाएँ देता हूँ।
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) November 9, 2022
दो चरणों में विधानसभा का चुनाव
गुजरात में दो चरणों में विधानसभा का चुनाव संपन्न कराया जाएगा. पहले चरण के लिए एक दिसंबर और दूसरे चरण के लिए पांच दिसंबर को वोट डाले जाएंगे. गुजरात में विधानसभा चुनाव के परिणाम आठ दिसंबर को आएंगे. गुजरात में चुनाव जितने के लिए सभी पार्टियों ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है.
पार्टी के लिए मांगा वोट
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने जूनागढ़ जिले में रोड शो कर पार्टी के लिए वोट मांगा. उन्होंने कहा, 'मुझे आपसे सिर्फ एक अनुरोध करना है. आपने उन्हें (बीजेपी को) 27 साल दिए हैं, मुझे पांच साल दें. मैं केवल पांच साल मांग रहा हूं. अगर मैं काम नहीं करूंगा तो अगली बार वोट मांगने नहीं आऊंगा.’’ उन्होंने कहा कि उनके पास चुनाव लड़ने के लिए पैसे नहीं हैं और सात साल तक दिल्ली का मुख्यमंत्री रहने के बावजूद उन्होंने कोई पैसा नहीं बनाया.