Gujarat Election: कांग्रेस अध्यक्ष खरगे बोले- 'गुजरात सरकार पांच लाख पदों को नहीं भर रही क्योंकि आधे आरक्षित हैं'
मल्लिकार्जुन खरगे ने आरोप लगाया कि बीजेपी शासित राज्य में दलितों, जनजातियों के खिलाफ उत्पीड़न में 17 फीसदी इजाफा हुआ है. उन्होंने कहा कि डबल इंजन की सरकार गुजरात में फेल साबित हुई है.
Gujarat Assembly Election 2022: कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने शुक्रवार को दावा किया कि गुजरात की भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की सरकार में सरकारी और अर्द्ध सरकारी विभागों और संस्थाओं में पांच लाख पद नहीं भरे जा रहे हैं, क्योंकि इनमें से आधे पद दलित, जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग के प्रतिभागियों को मिल जाएंगे.
बीजेपी शासित राज्यों में दलितों का उत्पीड़न बढ़ा
गुजरात में पांच दिसंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण से पहले अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित विधानसभा क्षेत्र भिलोदा में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए खरगे ने आरोप लगाया कि बीजेपी शासित राज्य में दलितों और जनजातियों के खिलाफ उत्पीड़न की कार्रवाई में 17 फीसदी इजाफा हुआ है.
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और स्थानीय नेता ‘डबल इंजन’ सरकार के बारे में बात कर रहे हैं, लेकिन उन्होंने सवाल किया कि यह ‘इंजन’ छह सालों में तीन मुख्यमंत्रियों के बावजूद गुजरात को आगे ले जाने में क्यों नाकाम हो गया. बताते चलें कि ‘डबल इंजन’ वाक्यांश का इस्तेमाल आम तौर पर बीजेपी द्वारा इस बात का उल्लेख करने के लिए किया जाता है कि केंद्र और राज्य में एक ही पार्टी की सरकार होना लाभप्रद है.
गुजरात में 5 लाख पद रिक्त
खड़गे ने कहा कि एक दिसंबर को हुए पहले चरण के मतदान में 83 विधान सीट पर चुनाव हुए और इसके लिए चुनाव प्रचार में बीजेपी ने पार्टी के पांच मुख्यमंत्रियों, 40 केंद्रीय मंत्रियों और पड़ोसी राज्यों के 150 मंत्रियों की फौज उतार दी. राज्यसभा सदस्य खरगे ने कहा, ‘‘एक तरफ मुद्रास्फीति है तो दूसरी तरफ बेरोजगारी है. गरीबों के लिए कोई नौकरी नहीं है. सभी नौकरियां दिहाड़ी मजदूरी की हैं या संविदा (कांट्रैक्ट) पर आधारित हैं. आज पांच लाख पद गुजरात के सरकारी और अर्द्ध सरकारी संस्थाओं में रिक्त हैं.’’
खड़गे बोले- आरक्षण की वजह से नहीं भरे जा रहे पद
कांग्रेस अध्यक्ष खरगे ने आरोप लगाया कि बीजेपी सरकार जानबूझकर इन पदों को भरे जाने की अनदेखी कर रही है. खरगे ने कहा, ‘‘आप क्यों नहीं पदों को भर रहे? क्योंकि यदि वे इन पांच लाख पदों को भरेंगे तो जनजाति, अनुसूचित जाति और अन्य पिछड़ा वर्ग के अभ्यर्थियों को 50 फीसदी पद मिल जाएंगे. यही वजह है कि वे इन पदों को नहीं भरना चाहते.’’
खड़गे ने कहा कि सभी जन हितैषी और कल्याणकारी कानूनों को उनकी पार्टी कांग्रेस के राज में बनाया गया था. खरगे ने कहा कि भगवा दल के पास एक बहुत बड़ी ‘वाशिंग मशीन’ है जो बीजेपी में शामिल होने के तुरंत बाद नेताओं पर लगे भ्रष्टाचार के दाग को ‘ड्राई क्लीन’ करने का काम करती है. गुजरात विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण में पांच दिसंबर को 93 सीट के लिए चुनाव होंगे. मतगणना आठ दिसंबर को होगी.
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