Gujarat Assembly Election 2022: गुजरात में एक ऐसा गांव हैं जहां सिर्फ गिनती के वोटर हैं. गुजरात का ये गांव शहरों में नहीं बल्कि समुद्र के बीच में बसा हुआ है. चुनाव आयोग ने भी इस 'आइलैंड' पर अपनी तैयारी पूरी कर ली है. यहां पहुंचने के लिए कोई सड़क नहीं है. बड़ी मुश्किलों से यहां पहुंचा जाता है. गुजरात के इस आइलैंड तक पहुंचने के लिए आपको नाव का सहारा लेना पड़ेगा. गुजरात के इस आइलैंड का नाम शियालबेट है. शियालबेट गांव में 4700 वोटर हैं. चुनाव आयोग की टीम ने शियालबेट गांव में पोलिंग स्टेशन भी बनवाया है. शियालबेट गांव राजुला विधानसभा इलाके के अंदर आता है.
240 बीघा जमीन पर फैला है शियालबेट
सागर के मुहाने पर बसे गुजरात में इन दिनों चुनाव का बिगुल बज चुका है. नेताओं के आरोप और प्रत्यारोप का दौर भी जारी है. गुजरात में पिछले 27 सालों से बीजेपी सत्ता में है. गुजरात में इस बार आम आदमी पार्टी की एंट्री ने चुनाव को और रोचक बना दिया है. चुनाव आयोग की प्राथमिकता है कि चुनाव में कोई भी वोटर ना छूटे और सभी की भागीदारी सुनिश्चित हो. शियालबेट टापू 240 बीघा जमीन पर फैला हुआ है. इस गांव में ज्यादातर मछुआरे रहते हैं.
अरब सागर के बीच में हैं शियालबेट
शियालबेट गांव एक टापू पर बसा है, जो जमीन से करीब 15 किलोमीटर दूर अरब सागर में है. शियालबेट टापू अमरेली जिले के तट से करीब दो किलोमीटर दूर है. अहमदाबाद से शियालबेट जाने में करीब सात से आठ घंटे का वक्त लगता है. दो रुट के जरिए शियालबेट तक पहुंचा जा सकता है. अहमदाबाद से शियालबेट जाने के लिए दो रास्ते हैं. पहला रास्ता भावनगर होते हुए जाता है और दूसरा रास्ता अमरेली होते हुए जाता है. आप जमीन के रास्ते शियालबेट तक नहीं पहुंच सकते. आपको इसके नजदीकी पोर्ट से नाव की मदद लेनी पड़ेगी.
कैसे पड़ते हैं वोट?
शियालबेट के शिक्षक जिनका नाम शुक्रभाई है उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि, चुनाव कराने के लिए यहां सभी टीम एक साथ ही आती है. सुरक्षा के लिए उसके साथ पुलिस वाले भी होते हैं. स्कूल के पास ही बूथ बनाए जाते हैं. यहां एक दिन पहले से ही चुनाव की तैयारी पूरी कर ली जाती है. जो भी अधिकारी यहां आते हैं वो स्कूल में ही रहते हैं. खाने के लिए गांव के मुखिया को कहा जाता है वो खाने-पीने की व्यवस्था करते हैं.
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