Gujarat Election 2022: 5वीं पास से लेकर डॉक्टरेट की उपाधि तक, चुनाव लड़ने वाले नेताओं की योग्यता जान लीजिए
Gujarat Assembly Election 2022: गुजरात विधानसभा चुनाव के पहले चरण में कुल 788 प्रत्याशी मैदान में हैं. इस बार के चुनाव में शिक्षित उम्मीदवारों का दबदबा दिख रहा है.
Gujarat Assembly Elections 2022: गुजरात में विधानसभा चुनाव के लिए पहले चरण की वोटिंग में अब बस दो दिन बचे हैं. सभी राजनीतिक पार्टियों ने अपनी पूरी ताकत इस चुनाव में झोंक दी है. भरतीय जनता पार्टी (BJP) के शीर्ष से लेकर राज्य स्तर के नेता गुजरात में चुनावी अभियान में लगे हुए हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह गुजरात में कई रैलियां कर चुके हैं. इस बार गुजरात विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी (AAP) भी पूरे दमखम के साथ चुनाव लड़ रही है. इसी कारण इस बार का चुनाव काफी दिलचस्प और त्रिकोणीय हो गया है. पहले चरण के मतदान के लिए कुल 788 उम्मीदवारों ने नामांकन पर्चा भरा है. इस बार के चुनाव में शिक्षित उम्मीदवारों की भरमार है. वहीं कुछ ऐसे भी उम्मीदवार हैं, जिनकी शिक्षा बहुत ही कम है.
पहले चरण के मतदान में कुल 37 ऐसे उम्मीदवार हैं, जिन्होंने बिल्कुल ही शिक्षा प्राप्त नहीं किया है. गुजरात में पहले चरण का मतदान 1 दिसंबर को होगा. वहीं दूसरे चरण का मतदान 5 दिसंबर को होने वाला है. इस चुनाव के नतीजे 3 दिन बाद 8 दिसंबर को आएंगे.
कितने पढ़े लिखे हैं उम्मीदवार
गुजरात चुनाव में इस बार कुल 83 ग्रेजुएट और 65 ग्रेजुएट प्रोफेशनल्स चुनाव लड़ रहे हैं. सबसे ज्यादा 34 उम्मीदवारों ने पोस्ट ग्रेजुएट की डिग्री हासिल की हुई है. इसके अलावा 21 डिप्लोमाधारी और 3 डॉक्टर भी उम्मीदवार चुनावी रण में हैं. पहले चरण के मतदान के लिए पढ़े-लिखे प्रत्याशियों में 10वीं पास 142 उम्मीदवार और 12वीं पास 54 उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं. वहीं 5वीं पास के 110 और आठवीं पास 146 उम्मीदवार ने अपना पर्चा भरा है. पहले चरण में 37 ऐसे उम्मीदवार हैं, जिन्होंने बिलकुल शिक्षा प्राप्त नहीं की है. वहीं पहली से चौथी क्लास तक की पढ़ाई करने वाले उम्मीदवारों की संख्या 53 है.
रिपोर्ट ने दी जानकारी
गुजरात विधानसभा चुनाव के पहले चरण में कुल 788 प्रत्याशियों ने अपना नामांकन पर्चा भरा हैं. इस बार के चुनाव में शिक्षित उम्मीदवारों का दबदबा दिख रहा है. इस बात की जानकारी एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) की रिपोर्ट ने दी है. चुनाव के दौरान हर दल अपने प्रत्याशी की विशेषताएं बताते हैं लेकिन उनकी शैक्षिक योग्यता को पीछे धकेल दिया जाता है. कोई भी राजनीतिक पार्टी इस बात पर ध्यान नहीं देती हैं. गुजरात में बीजेपी पिछले 27 सालों से सत्ता पर काबिज है. बीजेपी का पिछले चुनाव में ग्राफ काफी गिर गया था. बीजेपी के वोट शेयर में भी काफी गिरावट आई थी. हालांकि बीजेपी सरकार बनाने में सफल रही.