Gujarat Assembly Elections 2022: गुजरात विधानसभा चुनाव (Gujarat Assembly Election 2022) के रुझान में बीजेपी (BJP) एक तरफा शानदार जीत की तरफ बढ़ रही है. यहां गुजरात की घाटलोडिया सीट से भूपेंद्र पटेल ने भारी मतों से जीत हासिल की है. इसके अलावा यहां पर बीजेपी के कई बड़े चेहरे चुनावी मैदान में आगे चल रहे हैं. वहीं कांग्रेस और आम आदमी पार्टी पिछड़ती हुई नजर आ रही हैं. कोरोना काल के बाद बीजेपी का मुख्यमंत्री बदलना पार्टी के लिए एक अच्छी रणनीति साबित हुई. दरअसल, कोरोना काल में फेल हुए पूर्व सीएम विजय रूपाणी ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था, जिसके बाद पार्टी राज्य में कमजोर पड़ रही थी. आइए आपको बताते हैं कि राज्य में पार्टी ने नेतृत्व बदलने का क्यों फैसला लिया.
जब विजय रूपाणी ने पद से दिया था इस्तीफा
बता दें कि कोरोना में फेल हुए पूर्व सीएम विजय रुपाणी के अचानक सीएम पद से इस्तीफा देने के बाद राज्य में सियासी हलचल तेज़ हो गई थी. जिसके बाद पार्टी के सामने एक बड़ी चुनौती खड़ी हो गई थी. इस्तीफा देने के बाद विजय रुपाणी ने कहा था कि एक रात पहले मुझसे रिजाइन करने को कहा गया और मैंने अगले ही दिन इस्तीफा दे दिया. विजय रुपाणी जब से मुख्यमंत्री बने थे तब से ही ये अटकलें लगाई जा रही थीं कि बीजेपी राज्य में नेतृत्व परिवर्तन कर सकती है. बता दें कि पूर्व सीएम रुपाणी ने सीएम के तौर पर 5 साल से ज्यादा काम किया. इसी के साथ विजय रुपाणी ने 26 दिसंबर 2017 को दूसरी बार गुजरात के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी. बीजेपी ने गुजरात में 182 सीटों में से 99 सीटें जीतकर बहुमत हासिल किया था.
बीजेपी ने सीएम बदलने की बनाई रणनीति
इसके बाद बीजेपी पार्टी राज्य में कमजोर पड़ रही थी और पार्टी को गुजरात में एक शक्तिशाली नेतृत्व की जरूरत थी. यही कारण हुआ कि बीजेपी ने राज्य में विधानसभा चुनाव से पहले सीएम का चेहरा बदल दिया. विजय रुपाणी के इस्तीफे के बाद पार्टी ने भूपेंद्र पटेल के नाम पर मुहर लगाई और यह फैसला सितंबर, 2021 में लिया गया. भूपेंद्र पटेल को सीएम की शपथ दिलाने के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर खट्टर, गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत और कर्नाटक के सीएम बसवराज बोम्मई भी मौजूद थे.
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