Gujarat Assembly Election: चुनाव से पहले कांग्रेस का हाथ छोड़ सकते हैं कुछ विधायक, पार्टी ने किया यह बड़ा दावा
कांग्रेस कुछ विधायक और नेता विधानसभा चुनाव से पहले कभी भी बीजेपी का दामन थाम सकते हैं. वहीं ये जानते हुए भी कांग्रेस का कहना है कि पार्टी किसी भी संकट से उबरने में सक्षम है.
Gujarat Assembly Election 2022: कांग्रेस के और भी कुछ विधायकों और राजनेताओं के भाजपा में जाने की अटकलों के बावजूद, पार्टी के कार्यकर्ता और नेता सत्ताधारी पार्टी को कड़ी टक्कर देने के लिए तैयार हैं. पार्टी सूत्रों के मुताबिक वरिष्ठ नेताओं को आशंका है कि आधा दर्जन विधायक और तीन से चार राज्य स्तरीय नेता भाजपा नेताओं के संपर्क में हैं. वे चुनाव से पहले कभी भी पाला बदल सकते हैं.
विपक्ष के नेता सुखराम राठवा ने क्या कहा
वहीं राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता सुखराम राठवा ने कहा, "कांग्रेस विधायक दल में कोई असहमति नहीं है. मैं व्यक्तिगत रूप से पार्टी के हर विधायक के संपर्क में हूं, इसलिए मुझे किसी भी विधायक के इस्तीफे का कोई कारण नहीं दिखता, जब तक कि वह पार्टी के समर्थन से अपने दम पर जीतने के बारे में आश्वस्त न हो. पार्टी के नेता उनके मुद्दों को हल करने की कोशिश कर रहे हैं और इसके लिए राज्य स्तर के नेता उनसे व्यक्तिगत रूप से मिल रहे हैं."
पार्टी कैडर और कट्टर कांग्रेसी किसी भी संकट से उबरने में है सक्षम- मोढवाडिया
पार्टी के वरिष्ठ नेता अर्जुन मोढवाडिया ने आश्वासन दिया कि पार्टी कैडर और कट्टर कांग्रेसी किसी भी संकट से उबरने में सक्षम हैं. पार्टी से संभावित सामूहिक पलायन पर सवाल का जवाब देते हुए कहा, "यह एक काल्पनिक सवाल है, फिर भी मैं कहूंगा कि जिस पार्टी ने इंदिरा गांधी और राजीव गांधी जैसे दिग्गजों के दुर्भाग्यपूर्ण असामयिक निधन को दूर किया है, ये बहुत छोटे मुद्दे हैं. चंद लोग पार्टी छोड़ भी दें तो पार्टी को कोई फर्क पड़ेगा, अतीत में कई लोग छोड़ चुके हैं."
कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष धीरजलाल रैयानी को चार विधायकों पर भरोसा
अमरेली जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष धीरजलाल रैयानी को भरोसा है कि चार मौजूदा विधायकों में से कोई भी पार्टी नहीं छोड़ेगा.रैयानी ने आगे कहा कि इस तरह के दुष्प्रचार और हाल ही में कुछ नेताओं के पार्टी छोड़ने के बाद भी कार्यकर्ताओं का मनोबल कम नहीं हुआ है. दो दिन पहले अमरेली में रोजगार की मांग को लेकर प्रदर्शन किया गया था, जिसमें कम से कम 700 से 1,000 श्रमिकों ने भाग लिया था.
मंगलवार को सावरकुंडला नगर कार्यसमिति की बैठक हुई, जिसमें 250 सदस्यों ने भाग लिया. उन्होंने विश्वास के साथ कहा कि भले ही भाजपा कुछ और नेताओं को अपनी पार्टी में ले लेती है, फिर भी पार्टी कैडर पर बहुत कम प्रभाव पड़ेगा.
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