1993 Bombay Blast: गुजरात एटीएस ने 1993 के बॉम्बे सीरियल ब्लास्ट मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है. एटीएस ने बताया है कि गिरफ्तार किए गए आरोपी अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के गैंग से ताल्लुक रखते थे. वहीं गुजरात एटीएस के डीआईजी दीपन भद्रन ने कहा कि, 2 मार्च को जो मुंबई में सीरियल ब्लास्ट हुए थे उसमें ये सभी शामिल थे.


गुजरात एटीएस के डीआईजी ने क्या कहा?


डीआईजी ने आगे कहा कि, “ जांच में पता चला है कि ये चारों आरोपी 1993 मुंबई ब्लास्ट मामले के वांछित अपराधी हैं. इन्होंने दाऊद इब्राहिम के साथ एक मीटिंग में भाग लिया था. दाऊद इब्राहिम के कहने पर ही ये पाकिस्तान गए थे और इन्हें ISI के द्वारा विस्फोट करने की ट्रेनिंग दी गई थी.



आरोपी पासपोर्ट मॉडिफिकेशन के लिए भारत आए थे


डीआईजी दीपन भद्रन ने आगे बताया कि, “उन्हें पीओके में हथियारों और इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइसेज का प्रशिक्षण दिया गया था. वे (हाल ही में) पासपोर्ट मॉडिफिकेशन के लिए भारत वापस आए थे, जिसका हमें इनपुट मिलने पर पता चला था.”


फर्जी पासपोर्ट के शक में चारों को हिरासत में लिया गया था


डीआईजी ने कहा कि सूचना मिली थी कि कुछ संदेहजनक लोग अहमदाबाद शहर के अंदर हैं. गुजरात ATS टीम ने इन्हें पकड़ा और पूछताछ की. इनके पास से जो पासपोर्ट मिले, वह गलत नाम और पते पर बनाए गए थे. इसके बाद हमने FIR दर्ज़ कर उन्हें गिरफ़्तार किया, डीआईजी ने कहा कि, “हमने फर्जी पासपोर्ट के शक में चारों को हिरासत में लिया था. विस्तृत जांच करने पर यह पता चला कि वे 1993 के बॉम्बे सीरियल ब्लास्ट के वांछित आरोपी थे. इसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया. हत्थे चढ़े आरोपियों के असली नाम अबू बकर, युसूफ भटका, शोएब बाबा, सैय्यद कुरैशी हैं.



12 मार्च 1993 को मुंबई में हुए थे सीरियल बम ब्लास्ट


बता दें कि मुंबई में 12 मार्च 1993 को सीरियल बम ब्लास्ट किए गए थे. इसमें 257 के करीब लोग मारे गए थे जबकि 7 हजार से ज्यादा लोग गंभीर रूप से घायल हुए थे.


ये भी पढ़ें


Gujarat: आसमान से गिरी रहस्यमयी धातु से हुई भेड़ की मौत, सरकार ने भी अभी तक नहीं दी कोई सफाई


Gujarat Politics: चिंतन बैठक में गुजरात जीतने के लिए बीजेपी की नई रणनीति, जानिए क्या है पार्टी की अगली योजना