Gujarat News: गुजरात चुनाव से पहले राहुल गांधी ने खोला वादों का पिटारा, किया ये बड़े एलान
Gujarat में राहुल गांधी ने चुनावों से पहले कई बड़े वादे किए हैं. उन्होंने किसानों को मुफ्त बिजली, 10 लाख नई नौकरियां और 500 रुपये में एलपीजी (रसोई गैस) सिलेंडर देने का वादा किया है.
Rahul Gandhi Promises For Gujarat: चुनावी प्रदेश गुजरात (Gujarat) में अपनी पार्टी के अभियान की शुरुआत करते हुए कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने पार्टी के सत्ता में आने पर राज्य के किसानों को मुफ्त बिजली, 10 लाख नयी नौकरियां सृजित करने व 500 रुपये में एलपीजी (रसोई गैस) सिलेंडर देने का वादा किया. राज्य में अगले तीन महीने में विधानसभा चुनाव होने हैं. कई मुफ्त सौगातों की घोषणा करते हुए राहुल गांधी ने आम उपभोक्ताओं को 300 यूनिट तक मुफ्त बिजली की आपूर्ति करने, अंग्रेजी माध्यम के 3000 स्कूल बनाने और लड़कियों के लिए मुफ्त शिक्षा प्रदान करने का भी वादा किया. गांधी ने मुफ्त सुविधाओं की घोषणा ऐसे वक्त की है जब कुछ समय पहले ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘रेवड़ी’ संस्कृति को देश के लिए खतरनाक बताया था. गुजरात चुनाव से पहले अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी (आप) भी महिलाओं को प्रति माह 1,000 रुपये और चौबीसों घंटे बिजली की आपूर्ति की घोषणा कर चुकी है.
10 लाख युवाओं को रोजगार का वादा
अहमदाबाद के साबरमती रिवरफ्रंट पर ‘परिवर्तन संकल्प रैली’ में कांग्रेस के बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए गांधी ने दूध उत्पादकों को 5 रुपये प्रति लीटर सब्सिडी देने का वादा किया. उन्होंने सरदार वल्लभभाई पटेल को देश के किसानों की आवाज बताते हुए गुजरात में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत सरकार पर उनकी विरासत का अपमान करने का आरोप लगाया. गांधी ने कहा कि सत्ता में आने पर कांग्रेस गुजरात में रोजगार के अवसर पैदा करने पर ध्यान देगी और 10 लाख युवाओं को रोजगार देगी. गांधी ने सत्तारूढ़ भाजपा पर निशाना साधते हुए दावा किया कि पार्टी ने गुजरात में सरदार वल्लभभाई पटेल की विश्व की सबसे ऊंची प्रतिमा का निर्माण किया, लेकिन उसने उन लोगों के खिलाफ काम किया, जिनके लिए पटेल जिये और मरे.
किसानों की कर्जमाफी का एलान
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने कहा, ‘‘यहां की भाजपा सरकार बड़े उद्योगपतियों का कर्ज माफ करेगी, लेकिन क्या आपने कभी सुना है कि उन्होंने किसानों का कर्ज माफ किया है? मैं गुजरात में सत्ता में आने के बाद प्रत्येक किसान का तीन लाख रुपये तक का कर्ज माफ करने का वादा करता हूं.’’ उन्होंने कहा कि कांग्रेस छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, पंजाब और कर्नाटक की तरह किसानों का कर्ज माफ करेगी. उन्होंने कहा, ‘‘हम जहां भी सत्ता में आए, हमने कहा कि हमारा पहला काम वह होगा जो सरदार पटेल करते. और यहां भी, हम (किसानों के) 3 लाख रुपये का कर्ज माफ करेंगे.’’
वादों के पिटारे में राहुल गांधी ने किया ये एलान
गांधी ने कहा, ‘‘हम अंग्रेजी माध्यम के 3,000 स्कूल खोलेंगे और लड़कियों को मुफ्त शिक्षा देंगे. भाजपा नीत सरकार ने हजारों स्कूलों को बंद कर दिया. उन्होंने सरदार पटेल की प्रतिमा बनवाई, वहीं दूसरी ओर हजारों स्कूलों को बंद कर दिया.’’ कांग्रेस नेता ने कहा कि वह बेरोजगारी और महंगाई को खत्म करना चाहते हैं. उन्होंने कहा, ‘‘सच्चाई यह है कि दो से तीन अरबपति रोजगार नहीं दे सकते. रोजगार छोटे व्यवसायों और किसानों द्वारा प्रदान किया जाता है. जब तक किसानों और छोटे तथा मझोले व्यापारियों की सरकार नहीं होगी, तब तक इस राज्य में रोजगार के अवसर सृजित नहीं हो सकते.’’उन्होंने कहा, ‘‘कांग्रेस का ध्यान युवाओं को रोजगार मुहैया कराने पर होगा और हमारी सरकार 10 लाख युवाओं को रोजगार देगी.’’
राहुल ने सरदार पटेल का किया जिक्र
गांधी ने भाजपा पर हमला करते हुए कहा, ‘‘सरदार पटेल किसके लिए और क्यों लड़े? आपने उनकी प्रतिमा बनवाई, लेकिन वह सिर्फ एक इंसान नहीं थे, वह गुजरात और भारत के किसानों की आवाज थे.’’ गांधी ने कहा कि तीन कृषि कानून किसानों के अधिकारों को छीनने के लिए थे. नरेंद्र मोदी नीत सरकार ने इन कानूनों को बाद में निरस्त कर दिया. कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘देश भर के किसान सड़कों पर उतर आए, और भाजपा कहती है कि वह किसानों के अधिकारों के लिए लड़ती है. एक तरफ उन्होंने सरदार पटेल की सबसे ऊंची प्रतिमा बनवाई, और दूसरी तरफ उन्होंने उन सभी पर हमला किया, जिनके लिए सरदार पटेल ने लड़ाई लड़ी थी. प्रतिमा का मतलब क्या है?’’
गांधी ने आरोप लगाया कि गुजरात में भाजपा ने सभी संस्थानों पर ‘कब्जा’ कर लिया है और यहां लड़ाई दो राजनीतिक दलों के बीच नहीं है, बल्कि हर उस संस्था के साथ है, जिस पर सत्तारूढ़ दल का कब्जा है. उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन गुजरात में, जिन संस्थाओं की सरदार पटेल ने नींव रखी थी, चाहे वह पुलिस, मीडिया, न्यायपालिका या विधानसभा हो, भाजपा ने इन सभी संस्थाओं पर कब्जा कर लिया है. इसका मतलब है कि यहां आपकी लड़ाई एक राजनीतिक दल के खिलाफ नहीं बल्कि गुजरात राज्य की हर संस्था के खिलाफ है.’’ उन्होंने विरोध प्रदर्शन के लिए अनुमति लेने की गुजरात सरकार की नीति को लेकर भी हमला किया और कहा कि यह भ्रष्टाचार में ‘डूबी’ हुई है.
राहुल गांधी ने ‘‘गुजरात मॉडल’’ पर साधा निशाना
गांधी ने कहा, ‘‘आपको उन लोगों से अनुमति लेनी होगी जिनके खिलाफ आपको विरोध करना है... क्या सरदार पटेल ने विरोध के लिए अंग्रेजों से अनुमति मांगी थी? सरदार पटेल कहते कि उस सरकार को उखाड़ फेंको जो गुजरात के लोगों से विरोध के लिए अनुमति लेने को कहती है. यही सच है.’’ उन्होंने कहा,‘‘आप एक राजनीतिक दल के खिलाफ नहीं, बल्कि एक विचारधारा से लड़ रहे हैं जिसके खिलाफ सरदार पटेल लड़े थे. उन्होंने हाल में गुजरात के मुंद्रा बंदरगाह से बड़ी मात्रा में मादक पदार्थ जब्त किये जाने को लेकर भी सरकार पर हमला किया और दावा किया कि ‘‘गुजरात मॉडल’’ तीन-चार उद्योगपतियों के शासन का है. कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘सरकार इन उद्योगपतियों को दो मिनट के भीतर जितनी जमीन वे चाहें, दे देगी. लेकिन जब गरीब और आदिवासी हाथ जोड़कर जमीन के एक छोटे से टुकड़े के लिए अनुरोध करते हैं, तो उन्हें यह कभी नहीं मिलता है.’’