Banas River: पिछले छह दिनों में बनासकांठा के दीसा तालुका में बनास नदी में सात लोगों की डूबने से मौत हो चुकी है. राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ), स्थानीय प्रशासन और पुलिस की टीमों को मानसून के चल रहे मौसम के बीच हाई अलर्ट पर रखा गया है. द इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, आगामी भादरवी पूनम मेले के लिए 5 सितंबर को जिले में भीड़ उमड़ने की उम्मीद है. इसको लेकर प्रशासन ने श्रद्धालुओं को अलर्ट किया है. बनासकांठा के स्थानीय प्रशासन के अनुसार, एनडीआरएफ की टीमों ने पिछले छह दिनों में गुजरात के उत्तरी जिले के दीसा तालुका के गांवों से सटे बनास नदी से सात शव बरामद किए हैं.


कहां-कहां से शव हुए बरामद
मिली जानकारी के अनुसार बनास नदी में दंतीवाड़ा बांध से पानी छोड़े जाने के कुछ दिनों बाद तालुका के कई स्थानीय लोग तैरने के लिए नदी में गए थे. बनासकांठा के जिला परियोजना अधिकारी (आपदा प्रबंधन) संजय कुमार चौहान ने कहा, “पिछले छह दिनों में, एनडीआरएफ की टीम ने जूना दीसा से तीन शव, छतराला से दो शव, मालगढ़ से एक शव और वडावल से एक शव बरामद किया है. 


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लोगों को किया गया अलर्ट
यहां के लोगों को प्रशासन ने पंचायत की बैठकों, स्थानीय समाचार चैनलों और समाचार पत्रों के माध्यम से इसके खतरे को लेकर आगाह किया है. प्रशासन ने चेतावनी देते हुए कहा कि, "हम ग्रामीणों को मानसून की अवधि के दौरान बनास नदी में तैरने या कपड़े नहीं धोने की चेतावनी देते रहे हैं, क्योंकि जल स्तर अप्रत्याशित रूप से बढ़ सकता है." बता दें, इस त्रासदी के शिकार हुए कई लोग बनास नदी के किनारे बसे गांवों में रहते थे. अधिकारी ने कहा, हमारे पास किसी भी आपातकालीन प्रतिक्रिया के लिए बनासकांठा में एनडीआरएफ की एक टीम तैनात है और वे पिछले दो सप्ताह से काम कर रही है.


5 सितंबर से 10 सितंबर तक अलर्ट जारी
इसी तरह, स्थानीय प्रशासन ने 29 अगस्त को वडगाम तालुका के निवासियों के लिए चेतावनी जारी की थी, जब जिले में मुक्तेश्वर बांध से सरस्वती नदी में 300 क्यूसेक पानी छोड़ा गया था. 5 सितंबर से 10 सितंबर तक बनासकांठा के अंबाजी मंदिर में भादरवी पूनम मेला लगने जा रहा है, जहां कई लाख श्रद्धालुओं के पैदल मंदिर पहुंचने की संभावना है. भक्त आमतौर पर बनासकांठा के पहाड़ी इलाकों से होकर अंबाजी मंदिर तक पहुंचते हैं. पुलिस के अनुसार मेले के लिए एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, स्वास्थ्य, अग्निशमन और स्थानीय प्रशासन की टीमों के साथ 7000 से अधिक पुलिस कर्मियों को तैनात किया जाएगा. पुलिस ड्रोन कैमरों और सीसीटीवी कैमरों से धार्मिक जुलूस की निगरानी भी करेगी.


अंबाजी मंदिर की ओर जाने वाले भक्तों के लिए प्रशासन की सलाह
बनासकांठा के कार्यालय से पुलिस अधीक्षक अक्षय राज मकवाना ने अपने बयान में कहा, “5 सितंबर से अंबाजी मंदिर की ओर जाने वाले भक्तों को सलाह दी जाती है कि वे जलाशयों पर न रुकें, ग्राम रक्षा दल (जीआरडी) की टीमों को भी मौके पर तैनात किया जाएगा ताकि लोगों को सुरक्षा के लिए उनमें प्रवेश करने से रोका जा सके.” त्योहार से पहले, स्थानीय प्रशासन को भी लोगों को जलाशयों में प्रवेश करने से रोकने के लिए हाई अलर्ट पर रखा गया है.


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