Gujarat BJP: गुजरात बीजेपी नेता पर जबरन वसूली का लगा आरोप, पुलिस ने दर्ज किया केस, जानें क्या है पूरा मामला
Gujarat Police: गुजरात में जबरन वसूली का एक मामला सामने आया है. ये आरोप गुजरात बीजेपी नेता लधुभाई पारघी और उनके बेटे रोहित पर लगा है. पुलिस ने इस मामले में केस दर्ज किया है.
Gujarat News: बनासकांठा पुलिस ने बीजेपी नेता और दांता विधानसभा सीट से उम्मीदवार रहे लधुभाई पारघी और उनके बेटे रोहित के खिलाफ जबरन वसूली का मामला दर्ज किया है. पारघी को हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी कांति खराड़ी ने हराया था. भादुभाई ताराल ने सोमवार शाम को हदद पुलिस थाने में पारघी के खिलाफ अपनी शिकायत में आरोप लगाया कि उन्होंने बलपूर्वक उसकी बोलेरो जीप को अपने कब्जे से ले लिया.
क्या है पूरा मामला?
वह अपनी जीप तालुका मुख्यालय दांता की ओर ले जा रहा था, तभी लधुभाई और उसके बेटे रोहित ने उसके वाहन को रोका और उसे वाहन की चाबियां सौंपने को कहा. ताराल ने आरोप लगाया है, पारघी ने कहा कि तुमने मेरी इनोवा कार तोड़ दी है और इसलिए तुम्हें मुझे अपनी बोलेरो जीप देनी होगी, जब तक कि मैं अपना वाहन नहीं खरीद लेता. मैंने विरोध किया, लेकिन लधुभाई और उनके बेटे ने कार की चाबी छीन ली और मुझे व मेरे अनिल को कार से उतार दिया. इसके बाद पिता-पुत्र कार को ले गए. शिकायतकर्ता की पत्नी जोशनाबेन दांता तालुका पंचायत की अध्यक्ष और बीजेपी नेता हैं.
गुजरात में बीजेपी की योजना
उत्तर गुजरात के दांता से लेकर राज्य के दक्षिण-पूर्व में वलसाड (Valsad) के उमरगाम और डांग (Dang) तक आदिवासी (Tribals) क्षेत्र फैला हुआ है. करीब 89.17 लाख आदिवासी इस पूर्वी इलाके में रहते हैं और 27 आरक्षित सीटों के साथ गुजरात की राजनीति में उनका दबदबा है, जिनमें से बीजेपी ने इस विधानसभा चुनाव में 23 पर जीत हासिल की. पिछले ढाई दशकों से बीजेपी ने आदिवासी इलाके में पैठ बना ली है, जहां कभी कांग्रेस का राज हुआ करता था. पहले हिंदू कार्ड और अब विकास कार्ड से बीजेपी आदिवासियों का दिल जीतने की योजना बना रही है. इस कड़ी में बीजेपी ने आठ जनजातीय पार्कों की योजना बनाई है. सरकार ने उन तालुकों में सूक्ष्म, लघु, मध्यम इकाइयों के लिए इंडस्ट्रियल एस्टेट स्थापित करने का निर्णय लिया है, जिन्हें आदिवासी तालुका घोषित किया गया है.
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