Gujarat Politics News: बीजेपी शासित गुजरात के मंत्री मंगलवार को अंतरराष्ट्रीय मूल वासी दिवस (आदिवासी दिवस) के मौके पर राज्य में अनुसूचित जनजाति के लिये आरक्षित 27 विधानसभा क्षेत्रों का दौरा करेंगे. एक मंत्री ने यह जानकारी दी. उन्होंने सोमवार को बताया कि मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल इस दिवस पर राज्य में दाहोद जिले के मेलानिया गांव में राज्य स्तरीय कार्यक्रम में उपस्थित रहेंगे. इस दिवस को विश्व आदिवासी दिवस भी कहा जाता है. वोटों की खातिर ऐसा करने से इनकार करते हुए राज्य के जनजाति विकास मंत्री नरेश पटेल ने हालांकि यह माना कि बीजेपी ने इस साल के आखिर में होने वाले विधानसभा चुनाव में आदिवासी बहुल सभी 27 सीट को जीतने की योजना बनाई है.
क्या बोले आदिवासी नेता पटेल?
पटेल ने कहा कि वैसे तो इस पश्चिमी राज्य में अनुसूचित जनजाति के लिये आरक्षित 27 निर्वाचन क्षेत्र हैं, लेकिन विधानसभा की कुल 48 ऐसी सीट हैं, जहां चुनाव में आदिवासियों की अहम भूमिका होती है. आदिवासी नेता पटेल ने गांधीनगर में संवाददाताओं से कहा, ‘‘गुजरात में 14 जिलों के 53 तालुकों में आदिवासी फैले हुए हैं. विश्व आदिवासी दिवस पर कार्यक्रमों में हिस्सा लेने के लिए मंत्री अनुसूचित जनजाति के वास्ते आरक्षित 27 निर्वाचन क्षेत्रों में जायेंगे. इन 27 निर्वाचन क्षेत्रों में मंत्रियों को भेजने के गुजरात सरकार के निर्णय का आगामी चुनाव से कोई लेना-देना नहीं है.’’
आम आदमी पार्टी को लेकर कही ये बात
आदिवासी बहुल निर्वाचन क्षेत्रों में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी का मुकाबला करने की बीजेपी की रणनीति के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि राज्य के आदिवासी स्मार्ट हैं और वे गुमराह नहीं होने वाले हैं. उन्होंने कहा, ‘‘हमारे आदिवासी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भरोसा करते हैं. यही वजह है कि सभी चार लोकसभा सीट बीजेपी के पास हैं. आदिवासी बहुल क्षेत्रों में तालुका और जिला पंचायतें भी बीजेपी के पास ही हैं. हम विकास की राजनीति में यकीन करते हैं. इस बार हम अनुसूचित जनजाति के लिये आरक्षित सभी 27 सीट जीतने की योजना बना रहे हैं.’’
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