Gujarat Lok Sabha Election: हार्दिक पटेल 2015 में आरक्षण के लिए पाटीदार आंदोलन का नेतृत्व करते हुए प्रमुखता से उभरे थे. अपने बयानों से चर्चा में रहने वाले हार्दिक पटेल गुजरात लोकसभा चुनाव में कहीं नजर नहीं आ रहे हैं. चुनावी मौसम में उनकी अनुपस्थिति को लेकर सवाल उठ रहे हैं. एक समय था जब कांग्रेस पार्टी ने हार्दिक पटेल को अपना कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किया था और 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान प्रचार के लिए उन्हें हेलीकॉप्टर भी उपलब्ध कराया था. हार्दिक पटेल जब कांग्रेस में थे उन्हें पार्टी ने स्टार प्रचारक भी बनाया था.
हालांकि, समय बदल गया है और हार्दिक पटेल कांग्रेस नेता से निर्वाचित बीजेपी विधायक बन गए हैं. दिलचस्प बात यह है कि की ओर से जारी 40 स्टार प्रचारकों की सूची में उनका नाम नहीं है. इस बीच गुजरात लोकसभा चुनाव में हार्दिक पटेल को लेकर अटकलों का दौर जारी है.
गुजरात में इस बात को लेकर चर्चा चल रही है कि हार्दिक पटेल, जिन्हें कभी न केवल गुजरात में बल्कि अन्य राज्यों में भी अपने भाषण से भीड़ जमा करने और बयानों से चर्चा में रहने वाले नेता को स्टार प्रचारकों की लिस्ट में क्यों शामिल नहीं किया गया है. इसपर भी बीजेपी नेताओं ने अपनी तर्क दिया है.
बीजेपी नेताओं का कहना है कि बीजेपी में शामिल होने के बाद से हार्दिक पटेल की स्थिति बदल गई है. जब वह शामिल हुए थे तब वह विधायक नहीं थे, लेकिन अब हैं. उनके मुताबिक बीजेपी का हर विधायक पार्टी का स्टार प्रचारक है.
फिलहाल हार्दिक पटेल सुरेंद्रनगर लोकसभा सीट के लिए अपने विधानसभा क्षेत्र और आसपास के इलाकों में सक्रिय रूप से प्रचार कर रहे हैं. चाहे उनका नाम सूची में हो या न हो, वह प्रचार करते रहते हैं. उन्हें स्टार प्रचारकों की सूची में शामिल नहीं करने का फैसला पार्टी का फैसला है, लेकिन हार्दिक पार्टी के सदस्य हैं.
हार्दिक पटेल ने पाटीदार आंदोलन के दौरान अपने भाषणों से खूब सुर्खियां बटोरीं और 2019 के गुजरात विधानसभा चुनावों के दौरान भी लोकप्रियता हासिल की. उस समय, हार्दिक पटेल अक्सर कहा करते थे कि अगर लोग बीजेपी सरकार के खिलाफ नहीं बोलेंगे, तो उन्हें गुलामी की स्थिति में डाल दिया जाएगा. हालांकि, वर्तमान की तस्वीर बिलकुल अलग है. क्योंकि कभी कांग्रेस के नेता रहे हार्दिक पटेल अब बीजेपी में शामिल हो गए हैं.
हार्दिक पटेल ने बीजेपी में शामिल होने के बाद विरमगाम निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ा और जीत हासिल की. पटेल ने कांग्रेस के लाखाभाई भरवाड को 50,000 से अधिक वोटों से हराया था.