गुजरात में नवगठित बीजेपी सरकार के 17 में से चार मंत्रियों के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं. ‘एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स’ (ADR) की एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है. चुनाव सुधारों के लिए काम करने वाली एडीआर की रिपोर्ट में कहा गया है कि मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल सहित कम से कम 16 मंत्री करोड़पति हैं, या उनके पास एक करोड़ रुपये या उससे अधिक की संपत्ति है.
गुजरात विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की प्रचंड जीत के बाद सोमवार को नए मंत्रिपरिषद ने शपथ ली. एडीआर की रिपोर्ट के मुताबिक, मत्स्य पालन और पशुपालन राज्य मंत्री पुरुषोत्तम सोलंकी पर भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 420 के तहत धोखाधड़ी के दो आरोप हैं, धारा 467 के तहत ‘‘महत्वपूर्ण सुरक्षा की जालसाजी’’ का एक आरोप है, जबकि धारा 465 के तहत भी जालसाजी का आरोप है.
रिपोर्ट के मुताबिक, तीन अन्य मंत्रियों - हर्ष सांघवी, ऋषिकेश पटेल और राघवजी पटेल - पर आईपीसी की धारा 188 के तहत लोक सेवक के आदेश की अवज्ञा करने और धारा 500 के तहत मानहानि जैसे मामूली आरोप हैं.
एडीआर ने कहा कि यह रिपोर्ट विधायकों के शपथपत्रों पर आधारित है. रिपोर्ट के मुताबिक, सर्वाधिक घोषित संपत्ति वाले मंत्री बलवंत सिंह राजपूत हैं. वह 372.65 करोड़ रुपये की संपत्ति के मालिक हैं. वहीं, बच्चूभाई खबाद के पास सबसे कम 92.85 लाख रुपये की संपत्ति है.
भूपेंद्र पटेल ने गांधीनगर में राज्य सचिवालय में गुजरात के 18वें मुख्यमंत्री के रूप में मंगलवार को कार्यभार संभाला. एक आधिकारिक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, पटेल के साथ कैबिनेट स्तर के आठ मंत्रियों सहित सभी 16 मंत्रियों ने भी स्वर्णिम संकुल-1 और स्वर्णिम संकुल-2 में अपने-अपने विभागों का प्रभार संभाला. पटेल ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, केंद्रीय मंत्रियों और पार्टी शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों की मौजूदगी में सोमवार को एक भव्य समारोह में गुजरात के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी. गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में पटेल का यह लगातार दूसरा कार्यकाल है.