Gujarat News: गुजरात में अब तक वायरल बुखार के लगभग 140 मामले सामने आ चुके हैं, जिनमें से 52 में बीमारी का कारण चांदीपुरा वायरस रहा है. स्वास्थ्य विभाग ने बृहस्पतिवार को कहा कि अब तक 58 लोगों की मौत हो चुकी है. विभाग ने एक विज्ञप्ति में कहा कि गुजरात के विभिन्न हिस्सों में वायरल बुखार से पीड़ित 140 लोगों में से 58 रोगियों की मौत हो चुकी है जबकि 25 का इलाज किया जा रहा है. इसके अलावा 57 लोगों को अस्पतालों से छुट्टी दी जा चुकी है.


इन जिलों में मिले चांदीपुरा वायरस के मामले
जिन जिलों में चांदीपुरा वायरस के अधिकांश मामले पाए गए उनमें पंचमहल (7), साबरकांठा (6), मेहसाणा (5), खेड़ा (4), कच्छ (3), राजकोट (3), सुरेंद्रनगर (3), अहमदाबाद (3) और अरवल्ली (3) शामिल हैं. चांदीपुरा वायरस की वजह से बुखार होता है जिसके लक्षण फ्लू और तीव्र एन्सेफलाइटिस (मस्तिष्क की सूजन) के जैसे होते हैं. यह मच्छरों, कीट और बालूमक्खी से फैलता है.


इस वायरस का सबसे पहला मामला 1965 में महाराष्ट्र में दर्ज किया गया था. वहीं गुजरात में हर साल इस वायरस के मामले दर्ज होते रहे हैं. भारत के अलावा एशिया और अफ्रीका के कुछ अन्य देशों में भी यह वायरल पाया जाता है. 


बीते 10 जुलाई को हिम्मतनगर के सिविल अस्पताल में चार बच्चों की मौत हो गई थी. बच्चों के मौत की वजह चांदीपुरा वायरस होने का संदेह जताया गया था. जिसकी जांच के लिए सैंपल एनआईवी को भेजे गए थे, इसके बाद अस्पताल में चार और बच्चों में इसी तरह के लक्षण दिखाई दिए थे.


चांदीपुरा वायरस संक्रामक नहीं- ऋषिकेश पटेल


गुजरात के स्वास्थ्य मंत्री ऋषिकेश पटेल ने पिछले दिनों अपने बयान में कहा था कि चांदीपुरा वायरस संक्रामक नहीं है. स्वास्थ्य विभाग 24 घंटे बीमारी को फैलने से रोकने के लिए काम कर रहा है. उन्होंने कहा बुखार के अलावा, उल्टी, दस्त और सिरदर्द चांदीपुरा वायरस के ही लक्षण है. ऐसा होने पर तुरन्त डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए.


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