Dwarka Demolition Drive: देवभूमि द्वारका जिले में  अवैध निर्माण को गिराने के लिए चलाए गए अभियान की समीक्षा करते हुए मंगलवार को गुजरात के मुख्यमंत्री  भूपेंद्र पटेल ने कहा कि गुजरात सरकार राज्य में समुद्र तट के किनारे किसी भी अवैध निर्माण और गतिविधियों को बर्दाश्त नहीं करेगी.


देवभूमि द्वारका में तोड़ा जा रहा अवैध निर्माण
बता दें कि राज्य सरकार ने देवभूमि द्वारका के तट पर अवैध निर्माण के खिलाफ कुछ महीने पहले उन्हें गिराने का एक बड़े अभियान की शुरुआत की थी. अभियान के दौरान ओखा के पास बेत द्वारका द्वीप और नवदरा और हर्षद गंधवी गांवों में सरकारी भूमि पर बने कई अवैध ढांचे गिराए गए.


'अवैध निर्माण और गतिविधियों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा'
अभियान की समीक्षा करने के लिए आज सीएम पटेल गृह राज्य मंत्री हर्ष सांघवी और डीजीपी विकास सहाय के साथ ओखा पहुंचे और वहां से नाव में बैठकर द्वारका पहुंचे जहां उन्होंने विध्वंस स्थलों का दौरा किया और द्वीप को साफ करने में पुलिस और राजस्व विभाग द्वारा किए गए कार्यों की समीक्षा की. एक सरकारी विज्ञप्ति में कहा गया है कि तटीय सुरक्षा के दृष्टिकोण से यह द्वीप एक महत्वपूर्ण स्थान है. बेत द्वारका में पत्रकारों से बात करते हुए मुख्यमंत्री ने स्पष्ट चेतावनी दी कि अवैध निर्माण और गतिविधियों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.


'कोई तटीय क्षेत्र में अवैध निर्माण का विचार भी न करे'
सीएम पटेल ने कहा कि गुजरात की तटीय सीमा 1600 किलोमीटर लंबी है और कोई यह विचार भी न करे कि वह इस क्षेत्र में अवैध निर्माण कर सकता है. इस तरह की अवैध गतिविधियां बर्दाश्त नहीं की जाएंगी. सीएम ने कहा कि जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब गुजरात के मुख्यमंत्री थे, तब उन्होंने राज्य में सुरक्षा की मजबूत नींव रखी थी. इसे मजबूत करने के लिए हम अवैध निर्माण और गतिविधियों को रोकने के लिए सभी कानूनी कदम उठाएंगे.


'लोक कल्याण की जमीन पर किया गया अवैध निर्माण'
वहीं गृह राज्य मंत्री हर्ष सांघवी ने कहा कि उस जमीन पर अवैध निर्माण हो गए थे, जिसे सरकार ने लोगों के कल्याण के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार करने के लिए रिजर्व कर रखा था. उन्होंने कहा कि अवैध निर्माण के खिलाफ पूरे गुजरात में इस तरह का अभियान चलाया जा रहा है. सीएम ने हर्षद गंधवी गांव का भी दौरा किया जहां इस महीने इसी तरह का अभियान चलाकर सरकारी भूमि के एक बड़े हिस्से को खाली कराया गया था.


विध्वंस अभियान पर कांग्रेस विधायक ने उठाए थे सवाल
द्वारका में चलाए जा रहे इस अभियान पर पिछले हफ्ते विधानसभा में कांग्रेस विधायक इमरान खेड़ावाला ने सवाल उठाए थे, उन्होंने दावा किया था कि जिला प्रशासन ने अभियान के दौरान नियमों का उल्लंघन करते हुए कई मुस्लिम धार्मिक संरचनाओं जैसे मस्जिदों को ध्वस्त कर दिया था जिसका जवाब देते हुए सांघवी ने कहा था कि द्वारका में अवैध निर्माण का इस्तेमाल ड्रग्स छुपाने के लिए किया जाता था. उन्होंने बताया कि  ऐसी ही एक जगह से 150 करोड़ रुपये मूल्य का मादक पदार्थ बरामद किया गया और जिले के एक अन्य स्थल से 275 करोड़ रुपये की एक अन्य मादक पदार्थ की खेप जब्त की गयी.


खेड़ावाला के इस दावे पर कि उस क्षेत्र में रहने वाले गरीब मछुआरे अभियान के कारण विस्थापित हो गए थे, संघवी ने उनका विरोध करते हुए कहा कि ऐसे व्यक्ति को गरीब नहीं कहा जा सकता जो 108 इंच के टेलीविजन के साथ समुद्र के किनारे सात कमरों के पक्के घर में रहता है.


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