Vande Gujarat Vikas Yatra: गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर मंगलवार को 15 दिवसीय ‘‘वंदे गुजरात विकास यात्रा’’ की शुरुआत की. इसके तहत एलईडी स्क्रीन से लैस 82 ट्रकों को रवाना किया गया जिनके जरिये पहले मुख्यमंत्री के तौर पर और बाद में प्रधानमंत्री के तौर पर नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में गुजरात में हुए विकास कार्यों को प्रदर्शित किया जाएगा. ये ट्रक राज्य के विभिन्न हिस्सों में जाएगी.
सीएम ने ‘‘विकास रथ’’ को दिखाई हरी झंडी
मुख्यमंत्री पटेल और अन्य गणमान्य लोगों ने साबरमती रिवर फ्रंट पर आयोजित कार्यक्रम में ऐसे एक ‘‘विकास रथ’’ ट्रक को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया जबकि बाकी 81 ट्रकों को राज्य के अलग-अलग हिस्सों से राज्य सरकार के मंत्रियों ने रवाना किया. मुख्य सचिव पंकज कुमार ने बताया कि इन 15 दिनों में सरकार शहरों और गांवों में 2,500 कार्यक्रम आयोजित करेंगी जिसमें उसकी उपलब्धियों को बताया जाएगा. उन्होंने बताया कि यात्रा के हिस्से के तहत 2500 नए विकास कार्यों का उद्घाटन या घोषणा की जाएगी.
क्या बोले सीएम पटेल?
अधिकारियों ने बताया इस सरकारी पहल का उद्देश्य यह रेखांकित करना है कि कैसे पहले मुख्यमंत्री और फिर प्रधानमंत्री के तौर पर गत 20 साल में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में गुजरात का कायाकल्प हुआ है. गौरतलब है कि मोदी ने अक्टूबर 2001 में पहली बार गुजरात के मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली थी.कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पटेल ने कहा कि मुख्यमंत्री के तौर पर मोदी द्वारा तैयार कार्ययोजना ने आज गुजरात को देश का विकास इंजन बनने में मदद की है.
उन्होंने कहा, ‘‘मोदी को मार्गदर्शन और नेतृत्व के लिए धन्यवाद. गुजरात ने शिक्षा सहित हर क्षेत्र में प्रगति की है.आज स्कूल ड्राप आउट (बीच में ही स्कूल छोड़ना) का अनुपात महज तीन प्रतिशत है यह गत 20 साल में बहुत कम हुआ है.’’ उन्होंने कहा कि गत 20 साल में गुजरात में एमएमबीएस की सीटें 1,300 से बढ़कर 5700 हो गई हैं जबकि विश्वविद्यालयों की संख्या 21 से 102 तक पहुंच गई है.
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