गुजरात में मिड-डे मील के नए मेनू पर भड़की कांग्रेस, 'सरकार के इस फैसले से बच्चों में बढ़ेगा कुपोषण'
Gujarat Mid-Day Meal Yojana: गुजरात मिड-डे मील योजना के संयुक्त आयुक्त केएन चावड़ा ने कहा कि नए मेनू के अनुसार छात्रों को दिए जाने वाले भोजन की कुल मात्रा में कोई कमी नहीं की गई है.
Gujarat News: गुजरात की बीजेपी सरकार ने सरकारी और अनुदान प्राप्त स्कूलों के लिए मिड-डे मील योजना में बदलाव किया है. सरकार ने मिड-डे मील का नया मेनू जारी किया है, जिसके अनुसार अब बच्चों को सिर्फ दिन में एक बार भोजन दिया जाएगा. वहीं इस मेनू की आलोचना करते हुए कांग्रेस ने कहा कि छात्रों को अब शाम को नाश्ता नहीं दिया जाएगा. इससे छात्रों में कुपोषण बढ़ सकता है.
हालांकि, राज्य सरकार के अधिकारियों ने नए मेनू को लेकर दावा किया कि प्रधानमंत्री पोषण शक्ति निर्माण (पीएम-पोषण) योजना के तहत परोसे जाने वाले भोजन की मात्रा में कोई कमी नहीं की गई है. बता दें राज्य शिक्षा विभाग ने अपनी वेबसाइट पर अपलोड की गई नई अधिसूचना में छात्रों के लिए एक नए और अपडेट मेनू की घोषणा की है, जिसका सितंबर से सरकारी और अनुदान प्राप्त स्कूलों को पालन करना होगा.
न्यूज एजेंसी पीटीआई के अनुसार, इस नए मेनू में हर दिन के भोजन में सब्जी पुलाव और पकी हुई दालें शामिल हैं. हालांकि, अभी स्कूलों में दिन में दो बार बच्चों को भोजन दिया जाता है, लेकिन नई मेनू में सिर्फ एक बार के भोजन का जिक्र किया गया है. इस नए नोटिफिकेशन के अनुसार, सरकार ने मेनू से स्नैक्स को हटा दिया है. ऐसे में अब बच्चों को सिर्फ एक बार भोजन मिलेगा.
कांग्रेस ने बोला सरकार पर हमला
गुजरात कांग्रेस के प्रवक्ता मनीष दोशी ने कहा कि इससे लाखों छात्र गुणवत्तापूर्ण भोजन पाने से वंचित होंगे. सरकार का यह फैसला केवल बच्चों में कुपोषण को बढ़ाएगा. सरकार को अपने फैसले पर पुनर्विचार करना चाहिए. वहीं गुजरात मिड-डे मील योजना के संयुक्त आयुक्त केएन चावड़ा ने कहा कि नए मेनू के अनुसार छात्रों को दिए जाने वाले भोजन की कुल मात्रा में कोई कमी नहीं की गई है.
अब तक छात्रों को इस योजना के तहत दोपहर 2 बजे भोजन और शाम 4 बजे नाश्ता मिलता था. अगर हम भोजन में सब्जी पुलाव परोसते हैं, तो हम नाश्ते के रूप में शाम 4 बजे लगभग 20 ग्राम चना देते हैं. अब योजना के बेहतर कार्यान्वयन के लिए हम ये दोनों चीजें दोपहर दो बजे देंगे.