Gujarat Fake Currency: कांग्रेस का बड़ा दावा, 'गुजरात में पिछले पांच साल में मिले 12.24 करोड़ रुपये के नकली नोट'
Fake Currency in Gujarat: गुजरात में कांग्रेस ने दावा करते हुए कहा कि, गुजरात में पिछले पांच साल में 12.24 करोड़ रुपये की नकली मुद्राएं पाई गईं. कांग्रेस ने नोटेबंदी के मुद्दे पर सरकार को घेरा है.
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Gujarat Fake Notes: केंद्र सरकार के नोटबंदी के कदम की सफलता पर सवाल उठाते हुए कांग्रेस ने गुरुवार को दावा किया कि पिछले पांच वर्षों में गुजरात की बैंकिंग प्रणाली में 12.24 करोड़ रुपये की नकली मुद्राएं पाई गईं. कांग्रेस प्रवक्ता मनीष दोशी ने अहमदाबाद के पालड़ी में राजीव गांधी भवन में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, “2016 से 2021 तक, गुजरात में 2,000 रुपये/200 रुपये मूल्यवर्ग और 100 रुपये की नकली मुद्राएं मिली हैं, जिनका कुल मूल्यांकन 12.24 करोड़ रुपये है. भारतीय रिजर्व बैंक की एक रिपोर्ट के अनुसार नकली मुद्राओं के मामले में गुजरात भारत में पहले स्थान पर है. गुजरात में नकली नोटों में से 50,000 से अधिक 2000 रुपये मूल्य के हैं.”
कांग्रेस ने नोटेबंदी के मुद्दे पर साकार को घेरा
नोटबंदी के दौरान केंद्र सरकार ने दावा किया था कि देश में जाली नोटों के रैकेट को खत्म करने के लिए ऐसा किया जा रहा है. कांग्रेस प्रवक्ता मनीष दोशी ने कहा, "हालांकि, आज स्थिति पूरी तरह से अलग है क्योंकि रैकेटियर एक बार फिर हमारी बैंकिंग प्रणाली और अर्थव्यवस्था में नकली मुद्राएं लाने में कामयाब रहे हैं."
कांग्रेस प्रवक्ता मनीष दोशी ने कही ये बात
कांग्रेस प्रवक्ता मनीष दोशी ने गुजरात में अवैध शराब और नशीले पदार्थों की बिक्री पर अंकुश लगाने में विफल रहने के लिए राज्य सरकार की भी आलोचना की. उन्होंने कहा, “गुजरात में नकली मुद्रा रैकेट, नकली दवाओं का रैकेट, नकली डिग्री और मार्कशीट रैकेट और नकली शराब रैकेट, कई अन्य बुरी प्रथाएं हैं जो सत्ता में बैठे लोगों के पूर्ण समर्थन से चल रही हैं. राज्य सरकार नशीली दवाओं के खतरे को रोकने में विफल रही है और अब हमारे बाजारों में नकली नोट भी चल रहे हैं.
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