Gujarat News: इस साल के अंत में गुजरात (Gujarat) में विधानसभा चुनाव होने हैं लेकिन राज्य में कांग्रेस (Congress) के अंदर सब कुछ ठीक नहीं चल रहा. बीते दिनों में प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष हार्दिक पटेल (Hardik Patel) के बयानों से ये जाहिर हो रहा है. उन्होंने अपने बयानों से न केवल पार्टी पर ही सवाल खड़े कर दिए बल्कि कई तरह की सियासी अकटकलों को भी हवा दे दी. उनके बयान को बागी तेवर के तौर पर भी देखा जाने लगा. सबसे बड़ा सवाल तो ये उठने लगा कि क्या अब हार्दिक पटेल कांग्रेस का हाथ छोड़कर किसी दूसरे दल खासकर बीजेपी (BJP) में शामिल होंगे.
क्या दिया जवाब?
ये सवाल इसलिए भी उठने लगा क्योंकि हार्दिक पटेल ने बीजेपी के नीतियों की तारीफ कर दी. साथ ही ये तक कह दिया कि वे हर दल से अच्छी चीजें सीखते हैं. यहां तक कि गुजरात बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष ने भी हार्दिक पटेल की तारीफ कर दी. लेकिन इस सब के बीच हार्दिक ने बीजेपी में शामिल होने की अटकलों पर विराम लगा दिया है. एक अखबार को दिए इंटरव्यू में उन्होंने स्पष्ट कर दिया है कि वे बीजेपी में नहीं जा रहे हैं.
उठाया मुद्दा
हार्दिक पटेल ने बताया कि दिल्ली में कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल से उन्होंने मुलाकात की और अपनी बातों को उनके सामने रखा है. इस दौरान उन्होंने गुजरात में विपक्ष की भूमिका को लेकर भी अपनी बात रखी है. उनका मानना है कि पार्टी द्वारा लोगों की समस्याओं को लेकर पार्टी मुद्दा नहीं बना पा रही है.
प्रदेश नेतृत्व पर क्या कहा?
हार्दिक पटेल ने कहा कि कांग्रेस पार्टी हाईकमान के ओर से उन्हें आश्वासन दिया गया है और पार्टी ने जल्द इसपर फैसला लेने की बात कही है. उनका मानना है कि अगर पार्टी हाईकमान इसपर मामले पर अगर कोई बड़ा फैसला करता है तो वो राज्य में पार्टी के लिए अच्छा होने के साथ ही लोगों के हित में होगा. उन्होंने स्पष्ट कर दिया कि वे गुजरात कांग्रेस में किसी से व्यक्तिगत रूप से नाराज नहीं हैं, लेकिन वे प्रदेश नेतृत्व से नाराज हैं. उनका कहना है कि प्रदेश नेतृत्व लोगों के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभाने के बजाय आपसी संघर्षों में फंसा हुआ है.
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