Gujarat News: गुजरात में विधानसभा चुनाव (Gujarat Election 2022) के पहले ही कांग्रेस (Gujarat Congress) में रार मच गई है. कांग्रेस की राज्य इकाई के कार्यकारी अध्यक्ष हार्दिक पटेल ने आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) में शामिल होने की अटकलों के बीच कहा है कि अगर सच बोलना अपराध है तो मुझे गलत मानें.
हार्दिक पटेल का बयान ऐसे वक्त में आया है जब राज्य में भारतीय जनता पार्टी और आम आदमी पार्टी ने राजनीतिक गतिविधियां तेज कर दी हैं और कांग्रेस फिलहाल शांत दिख रही है. हार्दिक पटेल ने गुरुवार को कहा कि अगर सच बोलना गुनाह है तो मुझे गुनाहगार मानें. गुजरात की जनता को हमसे उम्मीदें हैं. हमें उनकी उम्मीदों पर पर खरा उतरना है. पार्टी के भीतर छोटे-मोटे झगड़े और आरोप-प्रत्यारोप होंगे लेकिन गुजरात को बेहतर बनाने के लिए एकजुट होकर काम करना होगा.
गुजरात इकाई के कार्यकारी अध्यक्ष ने कहा- "जितनी जल्दी हो सके फैसले लेने चाहिए. मैंने अब तक कांग्रेस को अपना 100% दिया है, और आने वाले दिनों में भी दूंगा. हम गुजरात में बेहतर विकास करेंगे."
राहुल गांधी को बताए हालात लेकिन नहीं हुआ कोई फैसला- हार्दिक
इससे पहले हार्दिक पटेल ने आरोप लगाया कि पार्टी का प्रदेश नेतृत्व उन्हें परेशान कर रहा है और राज्य के कांग्रेस नेता चाहते हैं कि ‘मैं पार्टी छोड़ दूं.’ समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार उन्होंने कहा कि उनकी ओर से कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को अपनी इस स्थिति के बारे में कई बार अवगत कराया गया, लेकिन दुख की बात है कि कोई निर्णय नहीं हुआ. उन्होंने दावा किया कि पिछले तीन दशक से गुजरात में कांग्रेस की सरकार नहीं बनने के लिए अंदरूनी गुटबाजी और स्थानीय कांग्रेस नेताओं का दूसरे दलों के साथ ‘गुप्त गठबंधन’ जिम्मेदार है.
हार्दिक पटेल ने यह दावा भी किया कि 2017 में इतना बड़ा माहौल था, लेकिन सही उम्मीदवारों का चयन नहीं किए जाने की वजह से सरकार नहीं बन सकी. हार्दिक पटेल ने गुजरात विधानसभा चुनाव से कुछ महीने पहले पार्टी के प्रदेश नेतृत्व के खिलाफ खुलकर बगावत कर दी है. राज्य में इस साल नवंबर-दिसंबर में विधानसभा चुनाव होना है. कांग्रेस 27 वर्षों से गुजरात की सत्ता से बाहर है.
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