Gujarat Corona Death: गुजरात में जुलाई में कोरोना संक्रमण से हुई 24 मौतें, इतने फीसदी लोगों ने नहीं ली थी वैक्सीन
Gujarat Coronavirus Death: गुजरात में कोरोना संक्रमण के मामलों में उछाल देखा जा रहा है. गुजरात में जुलाई में कोरोना से 24 मौतें दर्ज हुई है. इनमें 26 फीसदी लोग ऐसे थे जिन्होंने टीका नहीं लिया था.
Gujarat Corona Case: गुजरात में जून में दो मौतों की तुलना में जुलाई के महीने में औसतन 24 मौतें दर्ज की गईं. औसतन एक सप्ताह में लगभग छह मौतें हुई है. गुजरात में कोविड के मामलों में भी उछाल दर्ज किया गया है. गुजरात में जून में प्रति 3,414 मामलों में एक मृत्यु दर्ज की गई, वहीं जुलाई में प्रत्येक 925 मामलों में एक मृत्यु देखी गई. गुजरात के स्वास्थ्य विभाग के अनुसार दो-तिहाई मौतें अभी भी 60+ वर्ष आयु वर्ग में दर्ज की जा रही है. अहमदाबाद में 40 से 60 वर्ष की आयु के रोगियों की मृत्यु 40 फीसदी थी.
26 फीसदी लोगों ने ली थी वैक्सीन
बता दें टीओआई के अनुसार, इन मौतों में 26 फीसदी ऐसे लोग थे जिन्होंने कोविड-19 की पहली या दोनों डोज नहीं ली थी, जबकि 74 फीसदी ऐसे लोग थे जिन्होंने कोविड वैक्सीन की दोनों डोज की हुई थी. अस्पताल में भर्ती होने के पहले तीन दिनों में लगभग 60 फीसदी मौतें हुईं, जबकि 20 फीसदी की मृत्यु भर्ती होने के 24 घंटों के भीतर हुई. एसीएस (स्वास्थ्य) मनोज अग्रवाल ने कहा कि अधिकांश मौतें अभी भी कॉमरेडिटी (जिसे एक या उससे अधिक बीमारी हो) वाले रोगियों में हैं.
क्या कहते हैं सिविक बॉडी की रिपोर्ट
जुलाई में सिविक बॉडी द्वारा दर्ज की गई 15 मौतों के विश्लेषण से संकेत मिलता है कि पश्चिमी क्षेत्रों में सात मौतें हुईं, जबकि पूर्व में एक और मौत हुई, जिसमें कुल आठ मौतें हुईं. नवरंगपुरा में तीन मौतें दर्ज की गईं. इसके बाद नारनपुरा और रामोल-हाथीजान में दो-दो मौतें हुईं. पालड़ी, गोटा, शाहपुर, दरियापुर, इसानपुर, अमराईवाड़ी, गोमतीपुर और सरसपुर-रखियाल में एक-एक मौतें हुई. सरकारी और निजी अस्पतालों के पैटर्न के मुताबिक, एसवीपी अस्पताल और सिविल अस्पताल में चार-चार मौतें दर्ज की गईं, जबकि एक सिविल अस्पताल परिसर में यूएन मेहता हार्ट इंस्टीट्यूट में दर्ज की गई और शेष छह निजी अस्पतालों में दर्ज किए गए.
मरने वालों में औरतों की संख्या
स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने कहा, "महिलाओं की मृत्यु 60% थी, जबकि आयु समूहों में, अधिकतम मृत्यु दर 40-60 वर्ष समूह में छह दर्ज की गई थी. 60-80 और 80-100 आयु समूहों में से प्रत्येक में चार-चार मौतें दर्ज की गईं. मृतकों में से कोई भी 40 वर्ष से कम नहीं था." अस्पताल में भर्ती होने के रिकॉर्ड कहते हैं कि लगभग 2,000 एक्टिव रोगियों में से, 5-7 फीसदी अस्पतालों में भर्ती हुए.
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