Gujarat Corona News: दूसरी लहर के मुकाबले तीसरी लहर कम घातक! डेल्टा वेरिएंट से होने वाली मौतें ओमिक्रोन से 11 गुना ज्यादा
Gujarat Covid news: गुजरात में दूसरी लहर जहां जानलेवा साबित हुई उसके मुकाबले ओमिक्रोन के चलते आई तीसरी लहर संक्रमण मामलों में तो बढती हुई दिखाई दी लेकिन कम घातक सिद्ध हुई.आइये जानते हैं
Gujarat Covid Waves: गुजरात में कोरोना महामारी की तीसरी लहर दूसरी लहर के मुकाबले कम जानलेवा साबित हुई है और क्षति पहुंचाए बिना दूर होती दिख रही है. अब तक के हालात को देखते हुए यह संकेत मिले हैं कि तीसरी लहर जहां दूसरी लहर की तुलना में रफ्तार में तेज रही है, वहीं यह कम घातक भी साबित हुई.
85 फीसदी से अधिक आबादी को तीसरी लहर से पहले ही टीका लग चुका था
एक्सपर्टस का मानना है कि कोरोना का नया वैरिएंट ओमिक्रोन कोरोना के अन्य वेरिएंट से कम घातक है और राज्य में 85 फीसदी से अधिक आबादी को लहर शुरू होने से पहले पूरी तरह से टीका लगाया गया था. जनवरी 2022 के 31 दिनों की तुलना दूसरी लहर के पीक के 31 दिनों (16 अप्रैल से 16 मई ) के साथ की जाए तो यह तुलना इस तरफ इशारा करती है कि दूसरी लहर में 15% अधिक मामले और 11 गुना अधिक मौतें दर्ज की गईं.
दोनों लहरों में मृत्यु-दरों में बड़ा अंतर
इसके अलावा, गुजरात को 2022 में 4,500 की सीमा में मामलों को वापस लाने में 30 दिन लगे जबकि दूसरी लहर के सबसे अधिक मामले 30 अप्रैल को 14,605 पर दर्ज किए गए थे जो 16 दिनों में दोगुना हो गए थे. हालांकि तीसरी लहर में मामलों को दोगुने होने में सिर्फ तीन दिन लगे. राज्य में 17 जनवरी को 12,753 मामले तो 20 जनवरी को 24,485 मामले थे, जो सबसे अधिक दर्ज किये गए थे. सबसे बड़ा अंतर मृत्यु दर में देखा जाता है-जनवरी में 355 मौतों के मुकाबले औसतन 11.5 दैनिक मौतें, अप्रैल-मई में 130.5 के औसत से 4,045 मौतें दर्ज की गईं. तीसरी लहर में मृत्यु दर 0.1% है जबकि दूसरी लहर में यह 1.1 फीसदी थी.
यह भी पढ़ें:-
Maharashtra Corona Update: महाराष्ट्र में कोरोना से राहत, 1 महीने बाद आए 15 हजार से कम मामले