Gujarat News: गुजरात की अहमदाबाद पुलिस की क्राइम ब्रांच ने शहर के कई इलाकों में अवैध रूप से रह रहे 48 बांग्लादेशी नागरिकों को हिरासत में लिया है. एक अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि इन बांग्लादेशी नागरिकों को इनके देश वापस भेज दिया जाएगा. एक आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा गया है कि यह कार्रवाई मानव तस्करी के दो मामलों के उजागर होने के कुछ हफ्ते के बाद की गई.


दरअसल, कुछ हफ्ते पहले सामने आए मामलों में फर्जी पहचान बनाने के लिए जाली दस्तावेजों का इस्तेमाल किया गया था और बांग्लादेश से मानव तस्करी के तहत महिलाओं को भारत लाया गया था. यहां उन्हें वेश्यावृत्ति के लिए मजबूर किया गया था. सहायक पुलिस आयुक्त भरत पटेल ने बताया कि इन दो मामलों में आठ लोगों को गिरफ्तार किया गया है. उन्होंने कहा, इसके बाद हमने कई स्थानों पर छापे मारे और करीब 250 बांग्लादेशी नागरिकों से पूछताछ की.


कुछ बांग्लादेशी फरार
वहीं दस्तावेजों के सत्यापन के बाद पाया गया कि 48 लोग पिछले कुछ सालों से बिना किसी वैध दस्तावेज के शहर में अवैध रूप से रह रहे हैं. उन्होंने बताया कि आठ महिलाओं और छह नाबालिगों सहित अवैध प्रवासियों को चंदोला झील, दानी लिमडा, शाह-ए-आलम और कुबेरनगर जैसे क्षेत्रों से पकड़ा गया है. उन्होंने कहा कि कार्रवाई के बारे में सूचना मिलने के बाद कई बांग्लादेशी नागरिक हिरासत में लिए जाने के डर से बस्ती छोड़कर भाग गए.


भरत पटेल ने कहा कि कानूनी प्रक्रियाओं का पालन किया जा रहा है और संबंधित केंद्रीय एजेंसियों की मदद से इन अवैध प्रवासियों को उनके देश वापस भेज दिया जाएगा. पटेल ने बताया कि प्राथमिक जांच में सामने आया कि ये लोग स्थानीय पहचान पत्र बनवा कर कारखानों में दिहाड़ी मजदूरी भी करते हैं. कई बांस से बनने वाले सामान बनाते हैं.


उन्होंने कहा, कुछ भीख मांगने का काम करते हैं. कुछ लोग बांग्लादेश से विवाह कर युवतियों को यहां लाते हैं, उन्हें देहव्यापार में धकेल देते हैं. बड़े पैमाने पर राशि को हवाला से बांग्लादेश भेजने का भी पता चला है. ऐसे में उसकी भी जांच की जा रही है.


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