Gujarat Assembly Elections 2022: गुजरात विधानसभा चुनाव की सरगर्मियां तेज हैं. आज पहले चरण के मतदान हैं. इस बार के चुनाव के लिए कांग्रेस पार्टी (Congress Party) नेडोर टू डोर कैंपेन किया तो वहीं बीजेपी ने ताबड़तोड़ रैली कर जनता को अपने पक्ष में वोट करने की अपील की. आम आदमी पार्टी ने भी राज्य में पूरी जान फूंक दी. 

जसदान विधानसभा सीट

इस बार के चुनाव में कई दिग्गज चेहरे चुनावी मैदान में उतरे हैं. विधानसभा चुनाव में उनकी प्रतिष्ठा दांव पर लगी हुई है. बीजेपी ने इस बार कांग्रेस पार्टी से 6 बार के विधायक रहे कुंवरजी बावलिया को जसदान विधानसभा सीट से चुनावी मैदान में उतारा है. वह साल 2018 में कांग्रेस पार्टी को छोड़कर बीजेपी में आ गए थे. बावलिया भी कोली समाज से आते हैं. इस सीट पर कड़ा मुकाबला देखने को मिल सकता है. कांग्रेस को इस सीट पर उम्मीद है कि इस समुदाय का वोट उनकी ही पार्टी को मिलेगा.

कब शुरू हुई राजनीतिक यात्रा

साल 1995 से बावलिया ने कांग्रेस प्रत्याशी के तौर पर लगातार चार बार 1995, 1998, 2002 और 2007 में जसदान विधानसभा सीट जीती थी. वह 2009 में राजकोट सीट से लोकसभा के लिए भी निर्वाचित हुए थे. वह 2014 में राजकोट से बीजेपी उम्मीदवार से लोकसभा चुनाव हार गए थे. 2017 में बावलिया और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष में मतभेद हो गया, जिसके चलते वह कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हो गए. बावलिया ने 2018 में बीजेपी के टिकट पर जसदान विधानसभा उपचुनाव में जीता था.



कितने कोली मतदाता हैं
जसदान विधानसभा राजकोट जिले के अंदर के आती है. इस सीट पर 1 दिसंबर को पहले चरण में मतदान हैं. इस इलाके में कुल करीब 2.5 लाख वोटर हैं. इनमें अधिकतर वोटर कोली समुदाय से आते हैं (करीब 1 लाख ). इसके अलावा करीब 60 हजार लोग पाटीदार समाज से आते हैं. इस इलाके को कांग्रेस का गढ़ कहा जाता है. बीजेपी को केवल यहां उपचुनाव में जीत मिली है.


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